रामकृष्ण मिशन पर दिए बयान पर बढ़ा विवाद, बंगाल CM ने दी सफाई
लोकसभा चुनाव के बीच राज्य की मुख्यमंत्री का संतों के राजनीति में आने के बयान पर पहले भी कई हलकों में हंगामा हो चुका है। ममता बनर्जी ने भारत सेवाश्रम के कार्तिक महाराज पर भाजपा के लिए प्रचार करने का आरोप लगाया था।
कोलकाता (आरएनआई) पश्चिम बंगाल की राजनीति में रामकृष्ण मिशन और भारत सेवाश्रम संघ को लेकर सियासी बवाल खड़ा हो गया है। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। पहले पीएम मोदी ने जमकर निशाना साधा। वहीं अब उन्हें टिप्पणी करने के लिए कानूनी नोटिस भेजा गया है। हालांकि इन सबके बीच उन्होंने सफाई दी है। बनर्जी ने परोपकारी कार्यों के लिए रामकृष्ण मिशन या भारत सेवाश्रम संघ की प्रशंसा की। उन्होंने सोमवार को कहा कि वह किसी संस्था के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन राजनीति में शामिल होने के लिए एक या दो लोगों की आलोचना की है।
लोकसभा चुनाव के बीच राज्य की मुख्यमंत्री का संतों के राजनीति में आने के बयान पर पहले भी कई हलकों में हंगामा हो चुका है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को भारत सेवाश्रम के कार्तिक महाराज पर भाजपा के लिए प्रचार करने और तृणमूल एजेंटों को चुनाव में बैठने से रोकने का आरोप लगाया था। इन्हीं आरोपों को लेकर नरेंद्र मोदी ने तीखी आलोचना। उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस वोट बैंक के तुष्टीकरण' के लिए इन सामाजिक-धार्मिक संगठनों को धमका रही है। वहीं, प्रदीप्तानंद महाराज ने ममता बनर्जी के खिलाफ कानूनी नोटिस भी भेजा है, लेकिन कार्तिक महाराज को लेकर दिए गए अपने बयान पर तृणमूल सुप्रीमो अब भी अड़ी हुई हैं।
ममता बनर्जी ने इस मुद्दे पर एक बार फिर सोमवार को अपनी बात रखी। उन्होंने बांकुड़ा के ओंदा में एक चुनावी सभा में कहा, 'मैं रामकृष्ण मिशन के खिलाफ नहीं हूं। मैं किसी भी संगठन का अपमान क्यों करूंगी? किसी संगठन का अपमान नहीं किया है। मैं गंगासागर में भारत सेवाश्रम जाती हूं। वे मुझसे बहुत प्यार करते हैं, ख्याल रखते हैं, देश के लिए बहुत काम करते हैं। मैंने एक-दो लोगों के बारे में कहा था।
मुर्शिदाबाद जिले के भारत सेवाश्रम संघ के साधु पर भाजपा के लिए काम करने का आरोप लगाते हुए कहा, 'कुछ दिन पहले मुर्शिदाबाद में जो दंगा हुआ, उसकी साजिश रची गई थी। उन्होंने लोगों को भड़काया था। अगर वह भाजपा का समर्थन करना चाहते हैं तो वह कर सकते हैं। मगर पार्टी का बैज पहनकर समर्थन करना चाहिए।
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद स्थित भारत सेवाश्रम संघ के स्वामी प्रदीप्तानंद महाराज ने सोमवार को कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को एक कानूनी नोटिस भेजा है। महाराज ने संगठन के बारे में कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए ममता से मांफी मांगने को भी कहा है।
स्वामी प्रदीप्तानंद महाराज ने कहा, 'अगर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी निजी तौर पर मुझे अपमानित करतीं तो मुझे इससे फर्क नहीं पड़ता। एक आध्यात्मिक गुरु होने के नाते हम निजी आलोचना से प्रभावित नहीं होते क्योंकि हम यहां लोगों की सेवा के लिए हैं। लेकिन उन्होंने (ममता ने) संगठन को अपमानित किया है, जो अस्वीकार्य है।
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