'राजनीतिक फायदे के लिए लगाए जा रहे आरोप', अन्ना विश्वविद्यालय मामले पर विधानसभा में बोले सीएम
सीएम स्टालिन ने कहा कि 'आरोपी को अगर गिरफ्तार नहीं किया जाता या आरोपी को बचाया जाता तो सरकार पर आरोप लगाना सही था, लेकिन आरोपी को घटना के तुरंत बाद गिरफ्तार कर लिया गया।'
चेन्नई (आरएनआई) तमिलनाडु में अन्ना विश्वविद्यालय में छात्रा से दुष्कर्म का मामला काफी गरमाया हुआ है। तमिलनाडु विधानसभा में भी विपक्ष इसे लेकर सरकार पर हमलावर है। बुधवार को इस मुद्दे पर सीएम स्टालिन ने विधानसभा में बयान दिया और विपक्ष पर इस मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने ये माना कि आरोपी डीएमके समर्थक है, लेकिन वह पार्टी का कार्यकर्ता नहीं है।
विधानसभा अन्ना विश्वविद्यालय मामले पर बोलते हुए सीएम स्टालिन ने कहा कि 'विधानसभा के सदस्यों ने एक विश्वविद्यालय के नाम का जिक्र किया, लेकिन मैं विश्वविद्यालय का नाम लेकर उस नाम को बदनाम नहीं करना चाहता। किसी ने भी ऐसा नहीं सोचा था। छात्रा के साथ जो भी हुआ वह बहुत बुरा और निर्दयी था। सभी सदस्यों ने उस मुद्दे पर बोला और इस मामले को लेकर सरकार को बुरा दिखाने की कोशिश की, लेकिन सरकार पीड़िता के साथ खड़ी है। आरोपी को अगर गिरफ्तार नहीं किया जाता या आरोपी को बचाया जाता तो सरकार पर आरोप लगाना सही था, लेकिन आरोपी को घटना के तुरंत बाद गिरफ्तार कर लिया गया। ऐसे में अब सरकार पर सिर्फ राजनीतिक फायदे के लिए आरोप लगाए जा रहे हैं।' मुख्यमंत्री ने कहा कि आरोपी गणाशेखरन डीएमके का सदस्य नहीं है और सिर्फ पार्टी का समर्थक है।
अन्ना विश्वविद्यालय परिसर में बीती 23 दिसंबर को एक छात्रा का दुष्कर्म किया गया। छात्रा ने अपनी शिकायत में बताया कि सोमवार रात करीब आठ बजे वह कॉलेज परिसर में अपने दोस्त से बात कर रही थी। तभी आरोपी वहां पहुंचा और उसके साथ यौन उत्पीड़न किया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। 37 वर्षीय आरोपी यूनिवर्सिटी परिसर के पास में बिरयानी बेचता है। इस मुद्दे पर तमिलनाडु की राजनीति गरमाई हुई है। विधानसभा सत्र के पहले दिन विपक्ष ने इस मुद्दे पर भारी हंगामा किया।
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