राक्षसों ने हनुमान जी की पूंछ में लगाई आग; धू-धूकर जली लंका
सासनी- 17 अक्टूबर। कस्बाी में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ चल रहे श्रीरामलीला महोत्सव के दौरान प्रतिदिन रात्रि को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की लीलाओं का मानसकला मंच कलाकारों द्वारा रामलीला मैदान के विशाल मंच पर निर्देशक हरिगोपाल गुप्ता एंव मुरारी लाल शर्मा के निर्देशन में श्री हनुमान जी द्वारा अशोक वाटिका उजाडना, अक्षय कुमार का वध तथा रावण संवाद के बाद लंका दहन लीला का सफल मंचन किया मंचन किया।
गुरूवार की देर शाम श्री रामलीला मंचन में कलाकारों द्वारा मंचन में दिखाया कि माता सीता जी का पता लगाते लगते जब हनुमान लंका पहुचे, जहां सीता राक्षसी महिलाओं से घिरी बैठी है। सीता को हनुमान बताते हैं कि अब जल्द ही उन्हें लेने प्रभु श्रीराम आएंगे और रावण का वध कर देंगे। अशोक वाटिका में माता सीता को देख प्रभु श्रीराम की निशानी दी। अशोक वाटिका में फल खाकर व पेड़ों को तोड़ते देख रावण के सैनिक हनुमान को बंधक बनाकर रावण के सामने पेश किया। रावण ने पूंछ में आग लगाने का आदेश दिया। पूंछ में आग लगाते ही हनुमान जी ने लंका में आग लगा दी। रामलीला में कलाकारों का मंचन देख श्रद्धालुओं के बीच-बीच में जय श्रीराम के जय उद्घोष से पांडाल गुंजायमान होकर श्रीराममय हो गया। रामलीला की व्यवस्था में रामलीला कमेटी के कार्यवाहक अध्यक्ष लीलाधर शर्मा, महांमत्री क्रमल वाष्र्णेय, जयप्रकाश माहेश्वरी, प्रकाश चन्द्र शर्मा, सतीश चन्द्र गुप्ता, प्रमोद अग्रवाल, सुधीर अग्रवाल, सुनील वार्णेेय, महीपाल सिंह, ब्रजेश शर्मा, आदि है। सुरक्षा की कमान प्रभारी निरीक्षक केशव दत्त शर्मा, कस्बा इंचार्ज ओपी यादव, अपने दल बल के साथ संभाले हुए थे। वहीं सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी नगर पंचायत कर्मचारी स्वयं निभा रहे थे।
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