युद्ध विराम समझौते के बीच इस्राइल ने वेस्ट बैंक के जेनिन क्षेत्र को बनाया निशाना, 10 फलस्तीनियों की मौत
यह हमला इस्राइल और हमास के बीच लागू हुए युद्ध विराम समझौते के तीन दिन बाद हुआ है। इस हमले के बाद वेस्ट बैंक में हिंसा के बढ़ने का खतरा मंडराने लगा है।
तेल अवीव (आरएनआई) इस्राइल-हमास के बीच अमेरिका की मध्यस्थता से हुए युद्ध विराम समझौता फिलहाल लागू हो गया है, लेकिन इस बीच कब्जे वाले वेस्ट बैंक के जेनिन क्षेत्र में इस्राइली सेना ने एक बड़ा सैन्य अभियान किया है। इसमें 10 फलस्तीनियों की मौत हो गई है और करीबन 40 लोग घायल हो गए। फलस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बारे में जानकारी दी। हालांकि मरने वालों की पहचान अभी साफ नहीं हुई है।
कब्जे वाले वेस्ट बैंक में जेनिन क्षेत्र में मंगलवार को इस्राइली सुरक्षा बलों ने एक के बाद एक कई हवाई हमले किए।
इससे पहले, इस्राइली सेना ने मंगलवार को पहले कहा था कि सुरक्षा बलों और खुफिया सेवाओं ने 'आतंकवाद-रोधी कार्रवाई' शुरू की है। उन्होंने इस अभियान को 'आयरन वॉल' नाम दिया है। हालांकि आईडीएफ ने ज्यादा जानकारी नहीं दी थी। वहीं, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि आईडीएफ द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान का उद्देश्य जेनिन क्षेत्र से 'आतंकवाद का खात्मा' करना है। उन्होंने कहा कि इस इलाके को लंबे समय से फलस्तीनी सशस्त्र समूहों का गढ़ माना जाता है।
यह हमला इस्राइल और हमास के बीच लागू हुए युद्ध विराम समझौते के तीन दिन बाद हुआ है। इस हमले के बाद वेस्ट बैंक में हिंसा के बढ़ने का खतरा मंडराने लगा है। वहीं, फिलिस्तीनी प्राधिकरण (पीए) के सुरक्षा बलों के प्रवक्ता ने इस सैन्य अभियान को फलस्तीन के खिलाफ हमला करार दिया है। उन्होंने कहा कि इस्लाइल की सेना ने अचानक हमारे नागरिकों और सुरक्षा बलों पर हमला कर दिया।
जेनिन के गवर्नर कमाल अबू अल-रब ने इस कार्रवाई को आक्रमण करार दिया। उन्होंने कहा कि यह बहुत जल्दी में हुआ। अचानक से आसमान में अपाचे विमानों ने हम पर हवाई हमले किए और फिर हर जगह इस्राइली सैन्य वाहनों ने रेड कर दी। उन्होंने कहा कि इस्राइली सेना के आने से पहले जेनिन शरणार्थी शिविर के आस-पास के अपने ठिकानों से हट गए थे। फलस्तीनी मीडिया का कहना है कि इस्राइली सेना जेनिन शरणार्थी शिविर को घेर रही है। इस्राइली बलों ने बुलडोज़रों से कई सड़कों को खोद दिया है।
इससे पहले, इस्राइली सेना के एक शीर्ष जनरल ने सात अक्तूबर 2023 को हमास के हमलों को रोकने में नाकामी के लिए मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दिया। इन हमलों के बाद ही गाजा युद्ध की शुरुआत हुई। लेफ्टिनेंट जनरल हरजी हलवी ने मंगलवार को अपने इस्तीफे की घोषणा की। जनरल हलवी ने इस्तीफा ऐसे समय में दिया है, जब गाजा में युद्धविराम जारी है। युद्धविराम के साथ हमास के लड़ाके गाजा की सड़कों वापस दिखाई दे रहे हैं, जिससे साबित होता है कि हमास अभी भी गाजा पर नियंत्रण बनाए हुए हैं। पिछले पंद्रह महीनों से जारी युद्ध में 46 हजार से ज्यादा फलस्तीनी मारे जा चुके हैं और भारी तबाही हुई है।
यह युद्ध तब शुरू हुआ, जब हमास के नेतृत्व में अक्तूबर 2023 में इस्राइल के दक्षिण हिस्से पर हमले किए गए। इन हमलों में करीब 1200 इस्राइली नागरिक मारे गए। वहीं, ढाई सौ से अधिक लोगों को बंधक बना लिया गया। इनमें से 90 से अधिक कैदी अभी भी गाजा में हैं। एक तिहाई बंधक मारे गए हैं।
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