यमुना महारानी का धूमधाम से हुआ दिव्य-भव्य चुनरी मनोरथ
वृन्दावन। दुसायत क्षेत्र स्थित श्रीराधा कृपा आश्रम में प्रख्यात संत व विदुषी मां ब्रजदेवी के पावन सानिध्य में चल रहे सप्त दिवसीय श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ के अंतर्गत संत प्रेमधन लालन महाराज के निर्देशन में यमुना में दिव्य व भव्य चुनरी मनोरथ किया गया।सर्वप्रथम प्रमुख धर्माचार्य पंडित रामनिवास शुक्ल के आचार्यत्व में यमुना महारानी की वैदिक मंत्रोच्चार के मध्य पूजा-अर्चना की गई।तत्पश्चात उन्हें 56 भोग निवेदित किए गए।साथ ही यमुनाजी को एक किनारे से दूसरे किनारे तक कई मीटर लंबी चुनरी ओढ़ाई गई।
इस अवसर पर देश के विभिन्न अंचलों से आए सैकड़ों भक्तों-श्रद्धालुओं ने नौकाओं में बैठकर संगीत की मृदुल स्वर लहरियों के मध्य भजन-संकीर्तन किया।" यमुनाष्टक" के पाठ भी किए गए।यमुनाजी का जयघोष किया गया।
चुनरी मनोरथ कार्यक्रम में संत प्रवर मां ब्रजदेवी, संत प्रेमधन लालन महाराज, प्रख्यात रासाचार्य स्वामी फतेह कृष्ण शर्मा, स्वामी राधाकांत शर्मा, वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी, पंडित रामनिवास शुक्ल, स्वामी कृष्ण दास, पंडित मृदुलकांत शास्त्री, साध्वी हरिदासी, साध्वी ठाकुर दासी, अंजू केशवानी, गोपाल चांडक, श्याम केशवानी, अनुराधा सोमानी, मधुसूदन रूईया, सीता रूईया, अरुणा, जैमिनी, केशव प्रसाद रूईया, सुनीता रूईया, प्रीतेश, प्रिया व डॉ. राधाकांत शर्मा की उपस्थिति विशेष रही।
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