सुलतानपुर: यमद्वितीया को कादीपुर तहसील के रानीपुर कायस्थ गांव में सभी जातियों के लोग करते हैं लेखनी जनक भगवान चित्रगुप्त की पूजा
सुलतानपुर (आरएनआई) कादीपुर तहसील अन्तर्गत रानीपुर कायस्थ गांव में ब्रम्हांड न्याधीश लेखनी के जनक भगवान चित्रगुप्त जी महराज की पूजा सभी सनातन धर्मी जातियों के कलमधारी दीपावली के बाद यमद्वितीया को सुबह सवेरे भगवान चित्रगुप्त जी महराज भगवती सरस्वती जी की पूजा अर्चना पूरे श्रद्धा भाव से कर अपने ईष्ट अपने आराध्य देव को प्रसन्न करने का उपक्रम किया गया।
रानीपुर कायस्थ गांव में अधिकतर आबादी कायस्थों के बाद ब्राह्मण, क्षत्रिय, दलित, पिछड़ों की मिश्रित आबादी है। कादीपुर तहसील मुख्यालय से सटा होने के कारण अधिकतर लोग तहसील कचहरी से सम्बन्धित है। कायस्थों सहित सभी जातियों के लोग जो कलम को अपना जीविकोपार्जन मानते हैं वे सभी लोग अपने अपने घरों में दीपावली के दिन कलम पूजा स्थल पर रख देते हैं और परवा के दिन कलम को विश्राम देते हुए यमद्वितीया को भगवान व कलम की पूजा कर पुनः कलम से लेखन कार्य प्रारंभ करते हैं। अखिल भारतीय कायस्थ महासभा उप्र के प्रदेश महामंत्री रानीपुर कायस्थ गांव निवासी श्याम चन्द्र श्रीवास्तव कहते हैं कि भगवान चित्रगुप्त जी महराज तैंतीस कोटि देवताओं के समूह के प्रमुख देवता हैं।
देवता किसी एक जाति के नहीं होते वह सनातन धर्मावलंबियों के पूज्यनीय देवता होते हैं।जिस तरह भगवान राम, भगवान शिव, गणेश,लक्ष्मी दुर्गा आदि देवता हैं उसी प्रकार भगवान चित्रगुप्त जी महराज हैं।मेरा अपना मानना है कि जो व्यक्ति कलम का प्रयोग कर जीवन संचालित करता है उस हर व्यक्ति को अपने जीवन को सुखमय बनाने के लिए भगवान चित्रगुप्त जी महराज का पूजन अवश्य करना चाहिए।आज हमारे गांव में सभी लोग मिलकर भगवान चित्रगुप्त जी महराज मां भगवती सरस्वती की पूजा पूरे भक्ति भाव से किया गया।
Follow RNI News Channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029VaBPp7rK5cD6XB
What's Your Reaction?