मुर्शिदाबाद: पीड़ितों से मिले बिना जा रहे थे राज्यपाल, गाड़ियों के आगे बैठ गए लोग, हंगामा हुआ तो मिलने लौटे
राज्यपाल सीवी आनंद बोस मुर्शिदाबाद के धुलियान में ग्रामीणों से मिले बिना जा रहे थे, इस पर ग्रामीणों ने हंगामा किया तो राज्यपाल ने लोगों से मुलाकात की। राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रमुख ने भी पीड़ितों से मुलाकात की है।

कोलकाता (आरएनआई) पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के धुलियान में शनिवार को राज्यपाल को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा। राज्यपाल धुलियान के वार्ड-16 के बेदवाना गांव में ग्रामीणों से मिले बिना जा रहे थे, जिस पर ग्रामीण भड़क गए और जमकर हंगामा किया। विरोध को देखते हुए राज्यपाल ग्रामीणों से मिले और उनकी बात को सुना।
शनिवार को इस इलाके में जमकर तोड़फोड़ हुई। उपद्रवियों ने मंदिरों को भी निशाना बनाया।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राज्यपाल बोस ने मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में मारे गए एक दो लोगों के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
हरगोविंद दास और चंदन दास के शव शमशेरगंज के जाफराबाद इलाके में उनके घर में पाए गए थे और शरीर पर चाकू से वार के कई निशान थे। राजभवन के एक अधिकारी ने कहा, ‘राज्यपाल उनके (मृतकों के परिजनों के) घर गए, परिवार के सदस्यों से बात की और उन्हें सहायता का आश्वासन दिया। परिजनों ने घटना की सीबीआई जांच की मांग की है।’
राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रमुख विजया रहाटकर के नेतृत्व में एक टीम ने आज धुलियान में हिंसा के पीड़ितों से मुलाकात की और उन्होंने आश्वासन दिया कि उनकी सुरक्षा के लिए केंद्र सरकार उचित कदम उठाएगी। इस दौरान पीड़ित महिलाओं ने महिला आयोग की टीम को धुलियान के बेटबोना कस्बे के पीड़ितों ने अपनी आपबीती सुनाई और मांग की कि जिले में स्थायी बीएसएफ कैंप स्थापित किए जाएं और सांप्रदायिक झड़प की एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) जांच की जाए।
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