मुजफ्फरपुर में अबतक का सबसे बड़ा साइबर फोर्ड? : मनी लॉन्ड्रिंग केस के नाम पर कारोबारी से 90लाख की ठगी, जांच में जुटी पुलिस

बिहार के मुजफ्फरपुर से एक बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है जहा जिले के अब तक सबसे बड़ा साइबर फोर्ड का मामला सामने आया है, इस केस में साइबर फ्रॉड गैंग ने खुद को ट्राई अधिकारी बताते हुए शहर के एक बड़े कारोबारी को कॉल किया और मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसने का झांसा देकर उसे तीन दिनों तक डिजिटल अरेस्ट बनाए रखा और इस तीन दिनों में उससे 90 लाख रुपए का साइबर फ्रॉड कर लिया. ठगी शिकार हुए कारोबारी बड़ी मुश्किल से साथियों के समझाने-बुझाने पर शुक्रवार को साइबर थाना पहुंचा जहा अपनी आप बीती बताई।

Jul 27, 2024 - 15:26
Jul 27, 2024 - 15:34
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मुजफ्फरपुर (आरएनआई) बिहार के मुजफ्फरपुर से एक बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है जहा जिले के अब तक सबसे बड़ा साइबर फोर्ड का मामला सामने आया है, इस केस में साइबर फ्रॉड गैंग ने खुद को ट्राई अधिकारी बताते हुए शहर के एक बड़े कारोबारी को कॉल किया और मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसने का झांसा देकर उसे तीन दिनों तक डिजिटल अरेस्ट बनाए रखा और इस तीन दिनों में उससे 90 लाख रुपए का साइबर फ्रॉड कर लिया. ठगी शिकार हुए कारोबारी बड़ी मुश्किल से साथियों के समझाने-बुझाने पर शुक्रवार को साइबर थाना पहुंचा जहा अपनी आप बीती बताई. साइबर थाने की पुलिस के अनुसार, साइबर फ्रॉड का शिकार हुए कारोबारी इतना सहमा हुआ था कि उसने अपने नाम का मीडिया में खुलासा नहीं होने की शर्त पर प्राथमिकी दर्ज कराई, कहा कि साइबर फ्रॉड गैंग कई तरह से आपको झांसे में लेता है. इससे बेहद सतर्क रहिए. किसी भी तरह के झांसे आने से बचिए. नहीं तो अगला टारगेट आप हो सकते है. मनी लॉड्रिंग में फंसने का झांसा देकर चार अन्य लोगों ने भी साइबर फ्रॉड किए जाने की शिकायत साइबर थाने में की है।

90 लाख रुपए की ठगी के शिकार हुए कारोबारी ने बताया कि सबसे पहले कॉल आई तो बोला कि मैं ट्राई से बोल रहा हूं, हमारे सीनियर ऑफिसर बात करेंगे, अपने स्मार्ट फोन का 9 दबाएं, 9 दबाते ही मेरी कॉल दूसरे के पास ट्रॉसफर हो गई, उसने खुद का परिचय ट्राई अधिकारी के तौर पर दिया. बताया कि मेरे मोबाइल को 2 घंटे बाद बंद कर दिया जाएगा. जब मैंने इसकी वजह पूछी तो बताया कि मेरे आधार नंबर से एक दूसरा मोबाइल नंबर +91 8945392862 जारी किया गया है. उसने आधार कार्ड का नंबर भी बताया। जिससे मुझे उस पर भरोसा हो गया। कथित ट्राई अधिकारी ने बताया कि आपके आधार कार्ड पर जारी दूसरे मोबाइल नंबर से गलत और अवैध मैसेज भेजे जा रहे है. इसी को लेकर तिलक नगर थाना मुंबई में आपके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। इससे मैं टेंशन में आ गया। बातचीत के दौरान मुझे झांसे लेकर इसी कॉल को तिलक नगर थाना मुंबई का नंबर बता कर मोबाइल नंबर +917453951616 पर ट्रांसफर पर बात कराया गया। मोबाइल नंबर +917453951616 द्वारा संचालित वॉट्सएप से वीडियो कॉल आई. जिसमें पुलिस की वर्दी पहने व्यक्ति ने अपना परिचय तिलक नगर थाना मुंबई के पुलिस ऑफिसर के रूप में दिया. प्राथमिकी दर्ज होने की बात बता कर उसने मेरा बयान भी दर्ज किया. वीडियो कॉल पर उसने बताया कि मेरे आधार नंबर से केनरा बैंक में एक अकाउंट खोला गया है। उक्त बैंक अकाउंट का इस्तेमाल नरेश गोयल मनी लॉन्ड्रिंग केस में हुआ है। खाते में ढाई करोड़ का अवैध लेन देन किया गया है। मेरे नाम से सुप्रीम कोर्ट द्वारा गिरफ्तारी वारंट जारी करने की जानकारी दी गई और मुझे तिलक नगर थाना मुंबई में उपस्थित होने के लिए बोला गया। इतने कम समय में मैंने मुंबई पहुंचने में असमर्थता जताई तो बोला कि मुझे अपना सारे रुपए और उस रुपए के स्रोत को सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट के माध्यम से वेरिफाई करवाना होगा. इसके लिए कथित तौर पर सुप्रीम कोर्ट का लिंकhttps://www.main-sco i.in भेजा, इस साइट पर मनी लॉड्रिंग का केस था. झांसे में लेने के बाद बोला कि इसके एकाउंट में आप रुपया डालिए। जब भी एकाउंट में रुपए डालते थे, ईडी की रसीद मिलता थी। ये सभी फर्जी रसीद थी। इस तरह से तीन दिन में 90 लाख रुपए की ठगी कर ली गई।

इधर मामले में सिटी एसपी अवधेश दीक्षित ने बताया की मामले की दर्ज कर लिया गया।साइबर डीएसपी नेतृत्व में टीम काम कर रही है जल्द ही साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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