मुजफ्फरपुर के सकरा में रेफरल अस्पताल के नये भवन का होगा निर्माण : डीएम के प्रस्ताव को सरकार से मिली मंजूरी
मुजफ्फरपुर (आरएनआई) जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन की पहल पर सकरा में 5 करोड़ की लागत से रेफरल अस्पताल के भवन निर्माण की स्वीकृति सरकार द्वारा दी गई है. विदित हो कि जिला पदाधिकारी ने सकरा में पुराने भवन की जीर्ण-शीर्ण स्थिति को देखते हुए सरकार को नए भवन के निर्माण हेतु प्रस्ताव भेजे थे. तदनुसार सरकार ने जिला पदाधिकारी के प्रस्ताव पर विचार करते हुए जनहित में रेफरल अस्पताल के भवन के निर्माण की स्वीकृति दे दी है. भवन निर्माण के उपरान्त उसे क्रियाशील करते हुए जनता को समर्पित किए जाएंगे.
जिले में 24 हेल्थ वेलनेस सेन्टर का भवन बनकर तैयार है. जिला पदाधिकारी ने बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने तथा मरीजों को सहज रूप में दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने हेतु हेल्थ वेलनेस सेन्टर को आवश्यक संशाधनों से लैस करते हुए जनहित में अविलंब शुरू कराने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया। हेल्थ वेलनेस सेन्टर पर विविध प्रकार की सेवाएं प्रदान की जाएगी, जिसमें गर्भवती महिलाओं की जांच, बच्चों का टीकाकरण, हाईपरटेंशन की जांच एवं मुफ्त दवा, स्वस्थ रहने हेतु योग सत्र का आयोजन, 14 प्रकार की पैथेलाॅजिकल जांच की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। जिला पदाधिकारी ने सभी तैयार भवनों में हेल्थ वेलनेस सेन्टर का शुभारंभ कर अविलंब रूप से जनता को समर्पित करने का निर्देश दिया.
4 सितम्बर को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अवसर पर सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों तथा जिले के सभी सरकारी एवं निजी विद्यालयों के 01 से 19 वर्ष तक के बच्चों को एल्बेंडाजाॅल की दवा खिलायी जाएगी.
इस कार्यक्रम के सफल एवं सुचारू संपादन हेतु जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में बैठक की गयी तथा स्वास्थ्य विभाग, आई.सी.डी.एस. एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों को आपसी समन्वय स्थापित करते हुए कृमि मुक्ति दवा का वितरण एवं उपयोग सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया.
बैठक में जिला पदाधिकारी ने सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को स्वयं आंगनबाड़ी केन्द्रों का भ्रमण करने तथा निरीक्षण करने का निर्देश दिया। साथ ही सभी प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी भी अपने स्तर से विद्यालयों से समन्वय स्थापित करते हुए बच्चों की स्वास्थ्य की सुरक्षा के प्रति गंभीर एवं संवेदनशील होते हुए एल्बेंडाजाॅल की दवा खिलाने का निर्देश दिया। इस कार्यक्रम की प्रभावी माॅनिटरिंग हेतु जिला पदाधिकारी ने सी.डी.पी.ओ. एवं बी.ई.ओ. को जिला स्तर पर फोटोग्राफ भेजने तथा रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर उक्त कार्यक्रम की समीक्षा की जाएगी। इस अभियान के तहत निर्धारित लक्ष्य के विरूद्ध कितने बच्चों को एल्बंेडाजाॅल की दवा खिलायी गयी। इस कार्य में सभी संबंधित अधिकारियों को सक्रिय एवं तत्पर होकर कार्य करने तथा निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप उपलब्धि हासिल कर प्रतिवेदित करने का निर्देश दिया.
मिशन परिवार विकास अभियान के तहत 17 सितम्बर से 30 सितम्बर तक सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर परिवार नियोजन संबंधी परामर्श एवं निःशुल्क सुविधाएं प्रदान की जाएगी. इसके तहत महिला वांध्याकरण, पुरूष नसबंदी, गर्भनिरोधक गोलियां, काॅपर-टी, गर्भनिरोधक इंजेक्शन, कंडोम आदि की निःशुल्क सुविधाएं प्रदान की जाएगी.
जिला पदाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के ए.एन.एम., ममता, आशा तथा आंगनबाड़ी केन्द्रों के सेविका सहायिका एवं जीविका दीदीयों को इस संबंध में व्यापक प्रचार प्रसार करने की आवश्यकता पर बल दिया ताकि अधिक से अधिक योग्य लाभुक सरकार के इस महत्वाकांक्षी अभियान से लाभान्वित हो सके। उन्होंने जिले के महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थलों पर इस अभियान के संबंध में सरकार द्वारा अनुमोदित फ्लैक्स के माध्यम से प्रचार-प्रसार करने को कहा.
समीक्षा के क्रम में जिला पदाधिकारी को अवगत कराया गया कि 22 सितम्बर से 26 सितम्बर तक जिले में पल्स पोलियों अभियान चलेगा, जिसमें शून्य से 05 वर्ष तक के बच्चों को पोलियों की दो बूंद खुराक पिलायी जाएगी. जिला पदाधिकारी ने उक्त कार्यक्रम के सफल संपादन हेतु सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.
बैठक में सहायक समाहर्ता डाॅ. आकांक्षा आनंद, सिविल सर्जन डाॅ. अजय कुमार, सदर अस्पताल अधीक्षक डाॅ. बी.एस. झा, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डाॅ. एस.के. पाण्डेय, डी.पी.एम. मो. रेहान असरफ, यूनिसेफ एस.एम.सी. शशिकांत सिंह, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सभी प्रखण्ड स्वास्थ्य प्रबंधक, सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित थें.
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