मुख्यमंत्री ने ओलावृष्टि से फसल क्षति के संबंध में की बैठक, दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
भोपाल। प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से मौसम के बिगड़े मिजाज के बीच राजधानी भोपाल सहित प्रदेश भर में बारिश का सिलसिला जारी है। इस बीच बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। ऐसे में आज मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समत्व भवन में वीसी के माध्यम से ओलावृष्टि से फसल क्षति के संबंध में बैठक की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।.
सीएम ने आज यहां मुख्यमंत्री निवास से प्रदेश में हुई असमय बारिश एवं ओलावृष्टि से हुए नुकसान की समीक्षा की। बैठक में सीएस, पीएस रिवेन्यू, पीएस एग्रीकल्चर सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार किसान भाई बहनों के साथ खड़ी है।
मुख्यमंत्री ने आज निवास पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर प्रदेश के विभिन्न जिलों में ओलावृष्टि से हुई फसलों की क्षति और किसानों को हुए नुकसान का आकलन करने सहित अन्य आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा है कि ओलावृष्टि के कारण निर्मित संकट में सरकार किसानों के साथ खड़ी है। ओलावृष्टि से प्रभावित जिलों में सर्वे दल गठित कर सर्वे का कार्य आरंभ कर दिया गया है। एक सप्ताह में सर्वे कार्य पूर्ण कर किसानों को तत्काल राहत उपलब्ध कराई जाएगी।
आगे मुख्यमंत्री ने कहा कि सर्वे में कोई लापरवाही ना हो, ईमानदारी और संवेदनशीलता के साथ सर्वे हो और प्रत्येक प्रभावित किसान को राहत मिले इसका विशेष ध्यान रखा जाए। सर्वे के लिए राजस्व, कृषि और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभागों के अमले के संयुक्त दल गठित किए जाएं।
- सर्वे पूरा होने के बाद सूची को पंचायत के दफ्तर में लगा दिया जाए।
- सर्वे होने के बाद किसी किसान की आपत्ति आती है तो उसका भी निराकरण किया जाए।
- पूरी ट्रांसपेरेंसी के साथ, संवेदना के साथ भारतीय जनता पार्टी की सरकार किसानों के साथ है।
- आरबीसी 6-4 के अंतर्गत फसल नुकसान की भरपाई की जाएगी।
- पशु हानि की भी सूचना आई है, पशु हानि के भी नुकसान की भरपाई मध्यप्रदेश सरकार करेगी।
- फसल सर्वे का पूरा काम 25 मार्च तक हो जाएगा।
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