मिशन शक्ति से बालिकाओं में सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलंबन का भाव आया हैः-जिलाधिकारी
हरदोई (आरएनआई) मिशन शक्ति फेज-4 के अंतर्गत आज जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने पिहानी स्थित कस्तूरबा गाँधी विद्यालय में छात्राओं से संवाद किया। संवाद कार्यक्रम का शुभारंभ उन्होंने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। जिलाधिकारी ने बालिकाओं को सरकार की ओर से बालिकाओं के कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं के संबंध में बताया।
उन्होने कहा कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना से बालिकाओं में सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलंबन का भाव आया है और कन्या सुमंगला योजना से बालिकाओं के जन्म को लेकर समाज मे सकारात्मक सोच विकसित हुई है तथा मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना से गरीब परिवारों को लड़कियों की शादी करने में समस्या नही आती है। पुलिस सहायता के लिए वन स्टॉप सेंटर बनाया गया है। उत्पीड़न आदि से बचाव के लिए विभिन्न हेल्पलाइन नम्बर स्थापित किये गए हैं। जिलाधिकारी ने बच्चियों से विभिन्न विषयों पर बात की। बाल विवाह के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि बाल विवाह कानूनी एवं सामाजिक दोनों ही रूप से गलत है। उन्होंने कहा कि आगे बढ़ने के लिए मेहनत व लगन जरूरी है। बच्चियों ने बेबाकी से अपनी बात रखी जिसका जिलाधिकारी ने जवाब दिया। तीन महिला पुलिस कार्मिकों व एक महिला पशु चिकित्सा अधिकारी ने बच्चियों के समक्ष अपनी सफलता की कहानी बताकर बच्चियों को प्रेरित किया। जिलाधिकारी ने दंगल फ़िल्म का उदाहरण देते हुए कहा कि नकारात्मक सोच को नजर अंदाज कर सकारात्मक सोच को लेकर आगे बढ़ें। जिलाधिकारी ने कहा कि दृढ़ इच्छा शक्ति से कोई भी बच्ची सफलता के उच्च मानक स्थापित किया। उन्होंने महामहिम राष्ट्रपति महोदया श्रीमती द्रौपदी मुर्मू का उदाहरण दिया। जिले की महिला अधिकारियों का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि आज पांच में चार तहसीलों की उपजिलाधिकारी महिलायें हैं। सीडीओ व एडीएम भी महिला हैं। सभी बच्चियों को सफल महिलाओं से प्रेरणा लेनी चाहिए। नारी शक्ति का प्रतीक है। नकारात्मक विचार अपने मन मे बिल्कुल न लाएं। कार्यक्रम के अंत मे बच्चियों ने बाल विवाह पर एक नाटक का मंचन किया जिसने सभी के अंतर्मन को झकझोर दिया। इस अवसर पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विजय प्रताप सिंह, जिला समन्वयक राजेश शुक्ला, जिला सूचना अधिकारी संतोष कुमार, एबीएसए रतन लाल, वार्डेन गरिमा, ईओ अमित कुमार सिंह, वरिष्ठ सहायक संजय कुमार व बड़ी संख्या में स्कूल की बच्चियां उपस्थित रहीं।
इसके उपरान्त जिलाधिकारी ने कस्तूरबा विद्यालय परिसर में स्थिति उ0प्रा0 विद्यालय का निरीक्षण किया तथा बच्चों के साथ मिड-डे मील खाकर देखा। विद्यालय के बाहर जल भराव एवं गन्दगी को देखकर ईओ एवं प्रधानाचार्य को निर्देश दिये कि विद्यालय की जल भराव की समस्या का समाधान करायें और विद्यालय परिसर तथा आस-पास विशेष सफाई व्यवस्था रखें।
What's Your Reaction?