मानसून जल्द पहुंचेगा केरल, इस साल जमकर बरसेंगे बादल
उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों को अभी कम से कम तीन दिन भीषण गर्मी से कोई राहत नहीं मिलने वाली है। इस दौरान राजस्थान के अधिकतर भागों और पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी यूपी और मध्य प्रदेश के अलग-अलग स्थानों में लू चलने की संभावना है।
नई दिल्ली (आरएनआई) उत्तर भारत समेत देश के कई हिस्सों में जारी भीषण गर्मी और बढ़ती बिजली की मांग के बीच मौसम विभाग ने राहत भरी खबर दी है। विभाग का कहना है कि केरल में जल्द ही मानसून दस्तक देगा। साथ ही इस साल मानसून मौसम में सामान्य से अधिक बारिश होगी।
मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि केरल में अगले पांच दिन में दक्षिण-पश्चिम मानसून के दस्तक देने की अनुकूल परिस्थितियां बन रही हैं। विभाग ने केरल में मानसून के आने की तिथि 31 मई बताई है, जबकि आमतौर पर केरल में मानसून एक जून को पहुंचता है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में 18-20 जून के बीच वाराणसी व गोरखपुर में 23-25 जून, महाराष्ट्र के मुंबई में 10-11 जून मानसून के पहुंचने की उम्मीद है। इसी रफ्तार से मानसून दिल्ली में 29 जून को पहुंचेगा। मानसून के जल्द दस्तक से भीषण गर्मी ते राहत मिलने की उम्मीद है।
उत्तर-पूर्व भारत में सामान्य से कम, उत्तर-पश्चिम भारत में सितंबर तक सामान्य और देश के मध्य व दक्षिण प्रायद्वीपीय क्षेत्रों में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है।
महानिदेशक महापात्र ने कहा कि देश में जून में सामान्य वर्षा (लंबी अवधि के औसत 166.9 मिमी का 92-108 प्रतिशत) होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत के कुछ हिस्सों को छोड़कर जून में देश में सामान्य-सामान्य से अधिक अधिकतम तापमान रहने की उम्मीद है।
अगले तीन महीने जून, जुलाई और अगस्त में भारी बारिश हो सकती है क्योंकि अल नीनो समाप्त हो रहा है और जून के महीने से ला नीना विकसित होता हुआ दिख रहा है।
नौतपा के तीसरे दिन सोमवार को भी उत्तर भारत में गर्मी ने तांडव मचाया। खासकर राजस्थान में। राज्य के पश्चिमी हिस्से में भीषण गर्मी को लेकर 29 मई तक के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। जैसलमेर में लू से बीएसएफ जवान समेत दो लोगों की मौत हो गई है।
उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों को अभी कम से कम तीन दिन भीषण गर्मी से कोई राहत नहीं मिलने वाली है। इस दौरान राजस्थान के अधिकतर भागों और पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी यूपी और मध्य प्रदेश के अलग-अलग स्थानों में लू चलने की संभावना है। इसके बाद गर्मी से कुछ राहत की उम्मीद है। मौसम विभाग ने राजस्थान, पंजाब, यूपी, हरियाणा, दिल्ली और चंडीगढ़ में 29 मई तक रेड अलर्ट जारी किया है। नौतपा में राजस्थान के फलोदी में सबसे ज्यादा तापमान बना हुआ है। शनिवार को पहले दिन 50 डिग्री और रविवार को 49.8 डिग्री व सोमवार को 49.4 डिग्री दर्ज किया गया। फलोदी समेत देश में 17 स्थानों पर पारा 48 डिग्री के पास रहा।
पंजाब के इतिहास के सोमवार को पारे ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। बठिंडा में अधिकतम तापमान 48.4 डिग्री दर्ज किया गया। इससे पहले लुधियाना में सबसे ज्यादा 48.3 डिग्री तापमान 29 मई, 1944 को दर्ज किया गया था। बठिंडा में भीषण लू के कारण यह स्थिति बनी हुई है।
हिमाचल प्रदेश में सोमवार इस सीजन का सबसे गर्म दिन रहा। ऑरेंज अलर्ट के बीच बिलासपुर, ऊना और हमीरपुर में लू चली। प्रदेश के छह स्थानों ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, बरठीं और धौलाकुआं में अधिकतम पारा 40 डिग्री पार रहा। मैदानी क्षेत्रों में अधिकतम के साथ-साथ अब न्यूनतम तापमान भी तेजी से बढ़ रहा है। सोमवार को राजधानी शिमला के अधिकतम तापमान के मुकाबले रविवार रात को पांवटा साहिब का न्यूनतम पारा अधिक रहा। मंगलवार को भी प्रदेश के अधिकतर क्षेत्रों में लू चलने का ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से 31 मई और एक जून को कई क्षेत्रों में बारिश का पूर्वानुमान है।
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि दिल्ली, दक्षिण हरियाणा, दक्षिण पश्चिम उत्तर प्रदेश और पंजाब में मई के महीने में 5 से 7 लू वाले दिन दर्ज किए गए। इस दौरान अधिकतम तापमान 44 से 48 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। राजस्थान और गुजरात में 9-12 लू वाले दिन रिकॉर्ड किए गए, जब तापमान 45-50 डिग्री तक दर्ज किया गया। उत्तर पश्चिम भारत और उसके आसपास के मध्य क्षेत्र के इलाकों में जून के महीने में चार से छह लू वाले दिन हो सकते हैं। आमतौर पर इन इलाकों में दो से तीन लू वाले दिन होते हैं।
Follow RNI News Channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029VaBPp7rK5cD6XB2
What's Your Reaction?