मथुरा जिला कारागार का निरीक्षण
मथुरा। उ०प्र० राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ तथा माननीय जनपद न्यायाधीश, मथुरा के निर्देशानुसार आज दिनांक 21.02.2023 को जिला कारागार, मथुरा का निरीक्षण श्रीमती नीरू शर्मा, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मथुरा द्वारा किया गया। इस अवसर पर जिला कारागार मथुरा के अधीक्षक श्री बृजेश कुमार, डिप्टी जेलर सुश्री करूणेश कुमारी, श्रीमती शिवानी यादव, वरिष्ठ जेल चिकित्सा अधिकारी श्री उपेन्द्र सोलंकी व जेल बंदी पराविधिक स्वयसेवकगण आदि उपस्थित रहे।
जिला कारागार मथुरा में आज निरीक्षण दौरान कुल 1631 बंदी निरूद्ध होना पाया गया। जिला कारागार चिकित्सालय के निरीक्षण दौरान पाया गया कि इस चिकित्सालय में 51 बंदी मरीजों का ईलाज किया जा रहा है, जिन्हें अलग-अलग बैरकों में रखा गया है। जेल अधीक्षक द्वारा बताया गया कि दिनांक 20.02.2023 से दिनांक 23.02.2023 तक चलने वाले 'सक्रिय क्षय रोगी खोज अभियान' के तहत जेल में निरुद्ध सभी बंदियों की HIV व टी 0बी0 की जांच की जा रही है। सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा बंदी मरीजों से पृथक-पृथक वार्ता की गई व सभी के स्वास्थ व ईलाज के बारे में चिकित्सक से जानकारी ली गई और संबंधित को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। इस चिकित्सालय में बंदी मरीजों के मनोरंजन हेतु एक टी.वी. लगा है, स्वच्छ पानी हेतु एक आर.ओ. लगा पाया गया। जेल प्रशासन द्वारा चिकित्सालय में साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। वर्तमान में जेल में निरूद्ध बंदियों द्वारा यूट्यूब से प्रशिक्षण प्राप्त करके सुगंध रहित हर्बल गुलाल निर्मित किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त जेल में एल०ई०डी० बल्ब व पोशाक बनाने का कार्य भी बंदियों द्वारा किया जाता है।
महिला बंदियों हेतु जिला कारागार की महिला बैरक में प्रथक से चिकित्सालय बनाया गया है, जिसमे महिला चिकित्सक व दो नर्सों द्वारा सप्ताह में एक दिन महिला बंदियों का स्वास्थ परीक्षण किया जाता है। महिला बैरक में निरुद्ध महिला बंदियों से वार्ता की गई तथा उनके प्रकरणों की जानकारी ली गई।
पाकशाला (रसोई घर) का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण दौरान कुछ बंदी सायं का भोजन तैयार करने की तैयारी कर रहे थे। पाकशाला में साफ-सफाई ठीक पाई गई। महिला एवं पुरूष बंदियों को आज प्रातः नाश्ते में चाय, छौंका चना व गुड दोपहर के भोजन में रोटी, चना की दाल, आलू मूली की सब्जी दी गई तथा सांयकाल के भोजन हेतु रोटी, साबुत मसूर की दाल व आलू गोभी की सब्जी की व्यवस्था की गयी है। पेयजल हेतु जेल में एक बड़ा आर.ओ. प्लांट लगा है तथा बैरकों में आर.ओ. लगे हैं। वैरकों व जिला कारागार परिसर में साफ सफाई पाई गई।
निरीक्षण दौरान उपस्थित बंदियों से निशुल्क विधिक सहायता हेतु अधिवक्ता के सम्बंध में जानकारी ली गई, बदियों द्वारा बताया गया कि सभी के पास उनके व्यक्तिगत / सरकारी अधिवक्ता मौजूद हैं। बंदियों द्वारा खाने-पीने की कोई समस्या होना नहीं बताया गया।
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