भारतीय मूल के लैब मालिक को 27 साल जेल की सजा
अमेरिकी न्याय विभाग ने शुक्रवार को कहा कि 44-वर्षीय व्यक्ति ने टेलीमार्केटिंग कॉल के जरिए मेडिकेयर लाभार्थियों को निशाना बनाने के लिए मरीजों के दलालों, टेलीमेडिसिन कंपनियों और कॉल सेंटरों के साथ साजिश रची, जिसमें झूठा दावा किया गया कि उनके पैकेज में महंगे कैंसर आनुवंशिक परीक्षण शामिल हैं।
अमेरिकी राज्य जॉर्जिया में एक भारतीय मूल के प्रयोगशाला मालिक को तीन साल से अधिक समय से मेडिकेयर को धोखा देने और 46.3 करोड़ डॉलर के आनुवंशिक परीक्षण (Genetic) घोटाले में शामिल होने के लिए 27 साल जेल की सजा सुनाई गई। लैबसॉल्यूशंस एलएलसी (LabSolutions LLC) के मालिक मिनल पटेल को मेडिकेयर को धोखा देने की योजना में उनकी भूमिका के लिए शुक्रवार को 27 साल की जेल की सजा सुनाई गई। पटेल पर आरोप है कि आनुवांशिक और अन्य प्रयोगशाला परीक्षणों के जरिये, जिनकी मरीजों को आवश्यकता नहीं थी, दलाली और रिश्वत देकर 46.3 करोड़ अमेरिकी डॉलर से अधिक की राशि प्राप्त किया गया था। न्याय विभाग ने शुक्रवार को कहा कि 44-वर्षीय व्यक्ति ने टेलीमार्केटिंग कॉल के जरिए मेडिकेयर लाभार्थियों को निशाना बनाने के लिए मरीजों के दलालों, टेलीमेडिसिन कंपनियों और कॉल सेंटरों के साथ साजिश रची, जिसमें झूठा दावा किया गया कि उनके पैकेज में महंगे कैंसर आनुवंशिक परीक्षण शामिल हैं। विभाग ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि मेडिकेयर लाभार्थियों द्वारा परीक्षण कराने के लिए सहमत होने के बाद पटेल ने टेलीमेडिसिन कंपनियों से परीक्षणों को अधिकृत करने वाले डॉक्टरों के हस्ताक्षरित आदेश प्राप्त करने के लिए मरीजों के दलालों को रिश्वत का भुगतान किया। रिश्वत को छुपाने के लिए पटेल ने मरीजों के दलालों से अनुबंध पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा, जिसमें गलत तरीके से कहा गया था कि वे लैब सॉल्यूशंस के लिए वैध विज्ञापन सेवाएं दे रहे हैं। जुलाई 2016 से अगस्त 2019 तक लैब सॉल्यूशंस ने मेडिकेयर को 46.3 करोड़ अमेरिकी डॉलर से अधिक के दावे प्रस्तुत किए। इन दावों में हजारों चिकित्सकीय रूप से अनावश्यक आनुवंशिक परीक्षण भी शामिल थे, जिनमें से राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा कार्यक्रम ने 18.7 करोड़ अमेरिकी डॉलर से अधिक का भुगतान किया। उस समय सीमा में पटेल को धोखाधड़ी के सिलसिले में व्यक्तिगत रूप से मेडिकेयर से 2.1 करोड़ अमेरिकी डॉलर से अधिक प्राप्त हुए।
एफबीआई मियामी फील्ड ऑफिस के प्रभारी विशेष एजेंट जेफरी बी वेल्ट्री ने कहा, उन मरीजों को वैध आनुवंशिक परीक्षण और टेलीमेडिसिन सेवाओं के प्रावधान में धोखे, रिश्वत और दलाली का कोई स्थान नहीं है। उन्होंने कहा, पटेल ने एक जटिल जांच धोखाधड़ी योजना के माध्यम से मेडिकेयर से करोड़ों डॉलर की हेराफेरी की। वह अब इस अपराध की कीमत चुका रहे हैं। यह मामला ऑपरेशन डबल हेलिक्स के हिस्से के रूप में लाया गया था, जो कि आपराधिक डिवीजन के धोखाधड़ी अनुभाग की देखरेख में हेल्थ केयर फ्रॉड स्ट्राइक फोर्स के नेतृत्व में एक संघीय कानून प्रवर्तन कार्रवाई थी। प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, इस मामले में संपत्ति जब्ती पर सुनवाई 25 अगस्त को होगी।
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