'भारतीय परिवार: बदलते प्रतिमान' विषय पर राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी का आयोजन
राघौगढ़। शासकीय महाविद्यालय राघौगढ़ के हिंदी विभाग द्वारा 'भारतीय परिवार: बदलते प्रतिमान' विषय पर राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का प्रारंभ संस्था के प्राचार्य डॉ जवाहर लाल द्विवेदी की अध्यक्षता मे मां सरस्वती की वंदना कर किया गया।
उद्घाटन सत्र में सुदूर अंचलों से पधारे हुए विद्वत एवं विदुषी जनो का स्वागत पुष्प माला द्वारा किया साथ ही डॉ दया दीक्षित (प्राध्यापक डीएवी महाविद्यालय कानपुर उत्तर प्रदेश) द्वारा की नोट का वाचन किया गया।
प्रथम तकनीकी सत्र की अध्यक्षता डॉ बृजलता शर्मा (प्राध्यापक महाराज अग्रसेन हिमालयन महाविद्यालय गढ़वाल उत्तराखंड) ने की।
डॉ श्याम मोहन मिश्र सेवानिवृत्त प्राध्यापक, डॉ सतीश कुमार चतुर्वेदी शाकुंतल सेवानिवृत्त प्राध्यापक, सुश्री महाविद्या उपाध्याय प्राचार्य शासकीय महाविद्यालय आरोन, श्याम ओझा जनभागीदारी अध्यक्ष, विजय कुमार जैन स्थानीय पत्रकार, जे पी भार्गव सेवानिवृत्त शिक्षक, डॉ बलबीर सिंह गुर्जर, सहायक प्राध्यापक शासकीय कन्या महाविद्यालय मुरार ग्वालियर, ने शोध विषय से संबंधित अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया।
भोजन अवकाश पश्चात द्वितीय तकनीकी सत्र का प्रारंभ किया गया जिसकी अध्यक्षता डॉ केशव मणि शर्मा प्राध्यापक शासकीय महाविद्यालय उज्जैन ने की। डॉ एस के श्रीवास्तव, आर एस परिहार, योगेंद्र भारिल एवं के आर डेहरिया (प्राचार्य पॉलिटेक्निक कॉलेज राघौगढ़) ने संगोष्ठी के विषयों के विभिन्न पक्षों पर अपने विचार व्यक्त किए। संगोष्ठी में मंच संचालन डॉ. पूनम नामदेव विभागाध्यक्ष अर्थशास्त्र द्वारा किया गया।
संगोष्ठी के समापन सत्र में एच आर डी प्रबंधक श्री त्रिपाठी द्वारा छात्र-छात्राओं को भारतीय संस्कृति के महत्व को बताया गया।
संगोष्ठी में महाविद्यालय परिवार के शैक्षणिक व अशैक्षणिक स्टाफ तथा बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं एवं पत्रकार बंधु उपस्थित रहे। संगोष्ठी का समापन हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ माया परस्ते के आभार ज्ञापन तथा राष्ट्रीय गान के गायन से किया गया।
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