बीएसएफ ने भारत-बांग्लादेश सीमा क्षेत्र से 04 बांग्लादेशी नागरिकों के साथ 02 भारतीय नागरिकों सहित 01 भारतीय दलाल को गिरफ्तार किया
लक्ष्मी शर्मा
कूचबिहार (आरएनआई) सीमा सुरक्षा बल के सीमा प्रहरी भारत-बांग्लादेश सीमा पर श्री सूर्यकांत शर्मा, महानिरीक्षक, उत्तर बंगाल फ्रंटियर बीएसएफ के नेतृत्व में मुस्तैदी से तैनात हैं ताकि राष्ट्र विरोधी तत्वों के तस्करी और घुसपैठ के किसी भी प्रयास को विफल किया जा सके ।
दिनांक 29 मार्च 2024 (शुक्रवार) को लगभग 2110 बजे एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर तैनात उत्तर बंगाल फ्रंटियर के जलपाईगुडी सेक्टर के अंतर्गत 06 बटालियन बीएसएफ के बीओपी अर्जुन के सर्तक सीमा प्रहरियों ने 04 बांग्लादेशी नागरिकों प) मोहम्मद रफीक मिया (30 वर्ष), पुत्र मोहम्मद सोलेमन अली, निवासी गांव-शिमुल बारी, पीएस-सघाटा, जिला-गैबांधा (बांग्लादेश), पप) मोहिदुल इस्लाम (27 वर्ष), पुत्र मफीसुदीन इस्लाम निवासी गांव-सिमल बारी, थाना-साघाटा, जिला-गाइबंधा (बांग्लादेश), पपप) मोहम्मद राशिद सरकार (23 वर्ष), पुत्र मोहम्मद साहिदुल सरकार, निवासी गांव-नालचिया, थाना-सघाटा, जिला-गाइबंधा (बांग्लादेश), पअ) मोहम्मद असदुल एसके (25 वर्ष) पुत्र मोहम्मद बाबुल एसके, निवासी गांव-दुबकगुरी, पीएस-मोरेलगंज, जिला-बागेरहाट (बांग्लादेश) साथ में 02 भारतीय नागरिकों मोहम्मद सफीकुल (24 वर्ष-भारतीय टाउट) पुत्र मोहम्मद मंसूर अली, निवासी गांव-बाजेजामा, पीएस-कुचलीबारी, जिला-कूचबिहार (पश्चिम बंगाल) और मोइनुल मंडल (22 वर्ष ड्राइवर), पुत्र नुरुल मंडल, निवासी ग्राम-125 खरखरिया, थाना-मेखलीगंज, जिला-कूचबिहार (पश्चिम बंगाल) को उस समय गिरफ्तार किया जब वे बांग्लादेश में अपने परिवारों से मिलने के लिए भारत से बांग्लादेश में अवैध रूप से सीमा पार करने की कोशिश करने के लिए सीमा क्षेत्र के पास एक ई-रिक्शा में संदिग्ध रूप से घूम रहे थे।
गिरफ्तार किये गए बांग्लादेशी नागरिकों ने खुलासा किया कि 03 बांग्लादेशी नागरिकों ने छह महीने पहले त्रिपुरा सीमा क्षेत्र के माध्यम से अवैध रूप से भारत में प्रवेश किया और आगे तमिलनाडु चले गए जहां उन्होंने तमिलनाडु के तिरुपुर जिले में विभिन्न कंपनियों में टेलर मास्टर के रूप में काम किया। बाजार में मांग न होने के कारण उन्होंने बांग्लादेश लौटने का फैसला किया।
इस बीच, एक और 01 बांग्लादेशी नागरिक एमडी असदुल एसके ने खुलासा किया कि वह वर्ष 2020 में बेनापोल सीमा के माध्यम से अवैध रूप से भारत में प्रवेश किया था। वह जम्मू में कूडा बीनने का काम करता था जहां उसकी बहन पहले ही एक भारतीय नागरिक के साथ शादी करके बस गई थी। अब वह बांग्लादेश जाना चाहता था ।
तलाशी लेने पर उनके कब्जे से भारतीय मुद्रा रु. 1,565/-, मोबाइल फोन-05 बरामद हुए और ई-रिक्शा-01 बीएसएफ जवानों द्वारा जब्त कर लिया गया। गिरफ्तार किये गए 04 बांग्लादेशी नागरिकों और 02 भारतीय नागरिकों को जब्त सामान के साथ पीएस कुचलीबारी को सौंप दिया गया।
उपरोक्त के साथ दिनांक 27 से 30 मार्च 2024 को उत्तर बंगाल फ्रंटियर सीमा सुरक्षा बल के अधीन बटालियनो के सीमा पहरियों ने अपने अपने सीमावर्ती क्षेत्रों में तस्करी विरोधी अभियान चलाया। राष्ट्र विरोधी तत्वों के तस्करी के नापाक मंसूबों को विफल करते हुए विभिन्न सीमावर्ती क्षेत्रों से 10 मवेशी और अन्य प्रतिबंधित सामान जब्त किया गया । जब्त किये गये सामान की कुल कीमत 2,30,255/- आंकी गई है । उपरोक्त वस्तुओं को सीमा सुरक्षा बल के सीमा प्रहरियों ने उस समय जब्त किया जब तस्कर इसे भारत से बांग्लादेश तस्करी करने की कोशिश कर रहे थे।
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