बिहार में नीतीश कुमार 9 वीं बार मुख्यमंत्री बने
पटना-नई दिल्ली (आरएनआई) बिहार में नीतीश कुमार ने आज 9 वीं बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।इसके साथ ही राज्य में राजग की फिर सरकार बन गयी।
राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने श्री कुमार को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी।उनके साथ भाजपा कोटे से सम्राट चौधरी एवं विजय कुमार सिन्हा ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।मुख्यमंत्री के अलावा जदयू एवं भाजपा से तीन तीन तथा दो अन्य ने शपथ ली है।
इससे पहले श्री कुमार ने महागठबंधान से नाता तोड़ते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।इस्तीफे के तुरंत बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि सबकुछ ठीक नहीं चल रहा था, इसीलिए उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया है।
इसके तुरंत बाद भाजपा के बिहार प्रभारी विनोद तावड़े की मौजूदगी में पार्टी विधायकों की हुयी बैठक में राज्य में श्री कुमार की अगुवाई में राजग की सरकार बनाने की घोषणा की गयी।
श्री तावड़े ने कहा कि बिहार के विकास के लिए नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनाने का निर्णय लिया गया है।उन्होंने भाजपा कोटे से श्री चौधरी एवं श्री सिन्हा को उप मुख्यमंत्री बनाये जाने की भी बात कही।
बाद में भाजपा का समर्थन पत्र लेकर श्री कुमार के प्रतिनिधि संजय झा के साथ पार्टी के कुछ नेता 1अग्नेमार्ग गए।वहां से समर्थन पत्र को राजभवन भेजा गया और शाम को श्री कुमार को 9 वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलायी गई।
इस बीच राजद एवं जदयू के बीच छींटा कशी भी शुरू हो गया।राजद ने इसे आत्मघाती कदम बताया है।वही जदयू ने कहा है,कि गठबंधन तोड़ने के अलावा कुछ विकल्प नहीं रह गया था।सबकुछ ठीक नहीं चल रहा था।
उधर राजद सुप्रीमों की मौजूदगी में पार्टी विधायकों एवं शीर्ष नेताओं की बैठक कल से निरंतर जारी है।राजद खेल पलटने की कोशिश में सिर्फ यह कह रही है कि" इस बार खेला होबे।"
बिहार में अगर संख्या बल को देखा जाय तो सबसे अधिक विधायक राजद के 79,भाजपा 78,जदयू 45,कांग्रेस 19,माले 13,हम 4 एवं अन्य छोटे व निर्दलीय हैं।बहुमत का आंकड़ा पार करने के लिए 122 की जरुरत होती है,जबकि राजग के पास वर्त्तमान में 128 विधायकों का जोड़ बताया गया है।
इस बदलते घटना क्रम से लोजपा रामविलास के प्रमुख चिराग पासवान एवं उपेन्द्र कुशवाहा की सबसे अधिक चिंता बढ़ गयी है।श्रीपासवान ने कल भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलकर अपनी चिंता भी जताई थी।ये दोनों नेता श्री कुमार के धूर विरोधी रहे हैं।
कॉंग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि उन्हें राजद सुप्रीमों लालू यादव एवं तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार के पाला बदलने की जानकारी पहले ही दे दी थी। श्री लालू यादव ने यह भी कहा था कि लोस चुनाव हमलोगों को नीतीश के बगैर ही लड़ना पड़ेगा। खैर चले गए तो राजनीति में आया राम गया राम लगा रहता है।
श्री पासवान ने कहा कि हम राजग के घटक के नाते प्रधानमंत्री के साथ मज़बूती से खड़े हैँ। एक सवाल के जवाब में उन्होंने यह भी संकेत दिया कि अगर श्री कुमार अपने रवैये में बदलाव नहीं लाएंगे तो वह विरोध करने से पीछे नहीं हटेंगे। एल.एस।
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