बिल क्लिंटन ने परमाणु परीक्षण नहीं करने पर पांच अरब डॉलर देने का दिया था ऑफर : नवाज शरीफ
नवाज शरीफ (73) ब्रिटेन में चार साल के स्व-निर्वासन को समाप्त कर दुबई से एक विशेष विमान से स्वदेश लौटे हैं ताकि वह अपनी पार्टी का नेतृत्व कर सकें और जनवरी में संभावित आम चुनावों में रिकॉर्ड चौथी बार जीत हासिल करने की कोशिश कर सकें।
इस्लामाबाद, (आरएनआई) पाकिस्तान लौटने के कुछ घंटे बाद पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अपने कार्यकाल की उपलब्धियों के बारे में बात की और बताया कि कैसे उन्होंने 1998 में परमाणु परीक्षण कर भारत के परमाणु विस्फोट का 'करारा जवाब' दिया था वह भी तब जब तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने उन्हें ऐसा नहीं करने के लिए पांच अरब डॉलर देने की पेशकश की थी।
नवाज शरीफ (73) ब्रिटेन में चार साल के स्व-निर्वासन को समाप्त कर दुबई से एक विशेष विमान से स्वदेश लौटे हैं ताकि वह अपनी पार्टी का नेतृत्व कर सकें और जनवरी में संभावित आम चुनावों में रिकॉर्ड चौथी बार जीत हासिल करने की कोशिश कर सकें।
हल्के नीले रंग का कुर्ता पायजामा, मरून मफलर और काला कोट पहने पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) सुप्रीमो ने स्थानीय समयानुसार दोपहर करीब डेढ़ बजे 'उम्मीद-ए-पाकिस्तान' चार्टर्ड विमान से दुबई से इस्लामाबाद के लिए उड़ान भरी। वह एक विशाल रैली को संबोधित करने के लिए लाहौर पहुंचे, जिसे उनकी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) पार्टी का गढ़ माना जाता है। शरीफ ने उत्साहित भीड़ से कहा कहा, "मैं आज आपसे कई सालों के बाद मिल रहा हूं, लेकिन आपके साथ प्यार का मेरा रिश्ता वही है। इस रिश्ते में कोई अंतर नहीं है।" उन्होंने कहा, "जो प्यार मैं आपकी आंखों में देख रहा हूं, मुझे उस पर गर्व है।
शरीफ ने 1998 में विदेशी सरकारों के भारी दबाव को याद किया जब पाकिस्तान भारत के परमाणु परीक्षण का जवाब देना चाहता था। उन्होंने कहा, 'विदेश कार्यालय में रिकॉर्ड होगा कि क्लिंटन ने मुझे पांच अरब डॉलर की पेशकश की। यह 1999 में हुआ था... मुझे भी एक अरब डॉलर की पेशकश की जा सकती थी, लेकिन मैं पाकिस्तान की धरती पर पैदा हुआ हूं और इस बात ने मुझे वह स्वीकार करने की अनुमति नहीं दी जो पाकिस्तान के पक्ष के खिलाफ है।
अपने मुख्य प्रतिद्वंद्वी इमरान खान पर निशाना साधते हुए कहा, "मुझे बताइए, अगर मेरी जगह कोई और होता तो आप जानते हैं कि कौन अमेरिकी राष्ट्रपति के सामने यह बात कह सकता था।" मीनार-ए-पाकिस्तान में पीएमएल-एन की रैली में अपने करीब 60 मिनट के भाषण में उन्होंने कहा, "हमने परमाणु परीक्षण किया और परमाणु परीक्षण करने के लिए भारत को करारा जवाब दिया।
तो क्या हमें इसके लिए सजा मिलेगी? क्या इसी वजह से हमारे खिलाफ फैसले सुनाए जाते हैं?" शरीफ ने कहा कि उन्होंने कभी अपने समर्थकों को धोखा नहीं दिया और न ही वह किसी तरह की कुर्बानी देने से कतराए। उन्होंने याद किया कि कैसे उनके, उनकी बेटी और उनकी पार्टी के नेताओं के खिलाफ फर्जी मामले दर्ज किए गए। लेकिन किसी ने भी पीएमएल-एन का झंडा नहीं छोड़ा।
मुझे बताइए, वे कौन हैं जिन्होंने नवाज शरीफ को अपने देश से अलग किया? हम वो हैं जिन्होंने पाकिस्तान का निर्माण किया। हमने पाकिस्तान को परमाणु शक्ति बनाया। हमने लोड-शेडिंग को समाप्त कर दिया।" उन्होंने तुलना की कि जब वह सत्ता में थे तब की तुलना में आज रोटी की कीमत कितनी अधिक है। क्या मुझे इस कारण से बाहर किया गया था? यह क्या निर्णय है? आप जनता हैं, आप कहिए। क्या आप इस फैसले से सहमत हैं? पीएमएल-एन सुप्रीमो ने अफसोस जताया कि कैसे आज देश की हालत खराब है, लेकिन साथ ही उन्होंने पाकिस्तान को विकास के रास्ते पर ले जाने का संकल्प लिया।
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