बिना पंजीकरण, ओवरस्पीड, ओवरलोड, नाबालिग चालकों, बिना ड्राइविंग लाइसेंस, बिना फिटनेस ई-रिक्शा चालकों पर होगी कार्यवाही

Aug 20, 2024 - 18:19
Aug 20, 2024 - 18:20
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बिना पंजीकरण, ओवरस्पीड, ओवरलोड, नाबालिग चालकों, बिना ड्राइविंग लाइसेंस, बिना फिटनेस ई-रिक्शा चालकों पर होगी कार्यवाही

कछौना/हरदोई (आरएनआई)कछौना कस्बा में ई रिक्शा चालक बेलगाम हैं। बड़े पैमाने पर नाबालिग, बिना पंजीकरण नंबर, बिना बीमा, बिना फिटनेस व क्षमता से ज्यादा सवारी मानकों को ताक पर रखकर ई-रिक्शा संचालित हैं। जिसके चलते आये दिन दुर्घटना घटती है। इसी क्रम में एक दुर्घटना कस्बे के व्यापारी के साथ घटित हुई जिसमें बर्तन व्यापारी जीतू गुप्ता गम्भीर रूप से चुटहिल हो गये हैं। सिर में गम्भीर चोट के कारण उनका जीवन में खतरे में है। लखनऊ के प्राइवेट अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है।

बताते चलें कि बर्तन व्यापारी जीतू गुप्ता रविवार की शाम अपनी पत्नी के साथ पैदल टहलने निकले थे। स्टेशन की तरफ से अपने घर की तरफ आ रहे थे कि तभी पीछे से तेज गति से आ रहे ई-रिक्शा चालक ने उनको पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। जिसमें जीतू गुप्ता गम्भीर रूप से घायल हो गये और उनकी पत्नी बाल-बाल बच गईं। जीतू गुप्ता को उनके मित्र व परिजन आनन-फ़ानन में उठाकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कछौना में भर्ती कराया जहां पर हालत गम्भीर होने पर डाक्टर ने उन्हें लखनऊ रिफर कर दिया। सरकारी अस्पताल ट्रामा सेंटर में डॉक्टरों ने जवाब दे दिया। फिर उन्हें परिजनों ने प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया। जहां पर उनका इलाज चल रहा है। हालत गम्भीर बनी है। परिजनों की शिकायत पर ई रिक्शा चालक के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत हो गया है। ई-रिक्शा चालक की लापरवाही से एक युवा व्यापारी का जीवन खतरे में है। ई-रिक्शा चालक आवागमन हेतु कछौना में मानकों को ताक पर रखकर चला रहे हैं। ज्यादातर ई-रिक्शा चालक नाबालिग, बिना रजिस्ट्रेशन, बिना फिटनेस, बिना ड्राइविंग लाइसेंस के, क्षमता से ज्यादा सवारी बैठाकर चलाते हैं। यह लोग सवारी के चक्कर में अपना ई-रिक्शा तेजी से मोड़ देते हैं। कोई न कोई राहगीर प्रतिदिन चुटहिल होता है। ई-रिक्शा मनमाने तरीके से खड़े करने के कारण रेलवे स्टेशन फाटक के दोनों तरफ, इन्द्रा मार्केट स्टेशन, कछौना चौराहे पर जाम की स्थिति बनी रहती है। वहीं बिना पंजीकरण के कारण कुछ ई-रिक्शा चालक आपराधिक प्रवृत्ति के भी चलते हैं, जिनसे स्कूली छात्राओं, महिलाओं के साथ अनहोनी घटना होने की प्रबल सम्भावना बनी रहती है। कोई घटना होने पर ई-रिक्शा चालक की पहचान मुश्किल हो जाती है। प्रशासन की अनदेखी के चलते धीरे-धीरे यह समस्या लाइलाज होती चली जा रही है। वहीं कस्बे में कोई चार्जिंग पॉइंट न होने के कारण सैकड़ों की संख्या में प्रतिदिन ई-रिक्शा चालक घरेलू कनेक्शन से अपना ई-रिक्शा चार्ज करते हैं, जिससे कस्बे में अतिरिक्त लोड पड़ने के कारण लो-वोल्टेज की समस्या बनी रहती है। ई-रिक्शा चालकों की कार्यशैली से आमजन काफी परेशान रहते हैं। सड़क दुर्घटना इजाफ़ा के साथ सवारियों में असुरक्षा की संभावना घट रही है। इनका कोई रुट व स्टाफ का स्थान भी निर्धारित नही है। युवा व्यापारी के साथ हुई घटना से व्यापारियों में काफी आक्रोश है। प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि अभियान चलाकर चालान की कार्यवाही अमल में लाई जा रही है। नगर पंचायत के साथ बैठकर इनका रुट व स्थान निर्धरित की व्यवस्था की जायेगी। सभी ई-रिक्शा चालकों के कागजों की गहनता से जांच की जा रही है। क्षमता से ज्यादा सवारी बैठाने पर तत्काल मौके पर ही कार्यवाही की जायेगी। सार्वजनिक स्थलों पर लगे सीसीटीवी कैमरे से सभी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।

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Laxmi Kant Pathak Senior Journalist | State Secretary, U.P. Working Journalists Union (Regd.)