बाल संप्रेषण गृह के बालकों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए दिए जा रहे व्यवसायिक प्रशिक्षण
बालकों द्वारा निर्मित राखियों का जिला न्यायालय एवं कलेक्ट्रेट कार्यालय में लगाया गया स्टॉल।
गुना (आरएनआई) संप्रेक्षण गृह गुना में निवासरत विधि विवादित बालकों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट किशोर न्याय बोर्ड गुना सुश्री प्रीति जैन एवं प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी (संयुक्त कलेक्टर) महेश कुमार बमनहा के मार्गदर्शन में संप्रेक्षण गृह में निवासरत बालकों को रक्षाबंधन के उपलक्ष्य में राखी बनाने का व्यवसायिक प्रशिक्षण एक माह से प्रशिक्षिका श्रीमती सुषमा राजपूत के द्वारा दिया गया है। उन्हीं बालकों द्वारा निर्मित राखियों का जिला न्यायालय एवं कलेक्ट्रेट में स्टॉल लगाया गया है। स्टॉल से न्यायधीश सुश्री प्रीति जैन , अधिकारियों कर्मचारियों तथा अधिवक्ताओं के द्वारा राखियॉ खरीदी गई।
इस दौरान सहायक संचालक महिला एवं बाल विकास विभाग दिनेश कुमार चंदेल द्वारा बताया गया संप्रेक्षण गृह में निवासरत विधि विवादित बालकों को समाज की मुख्य धारा से जोडने हेतु इस प्रकार के व्यवसायिक प्रशिक्षण बालकों को प्रदान किये जाते है ताकि वह अपराधिक प्रवृत्ति को छोडकर स्व रोजगार की ओर अपने कदम बढावें।
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