बमोरी के मोहनपुरखुर्द पहुंची स्नेह यात्रा,कई जगह हुआ स्वागत
भारत के ज्ञान और संस्कृति का विश्वभर में सम्मान हो रहा है - स्वामी भगवतानंद
गुना। (आरएनआई) सामाजिक समरसता का सन्देश देने एवं जातिगत वैमनस्यता को समाप्त कर सामाजिक जीवन में एकात्म भाव का प्रतिपादन हेतु प्रदेश के सभी जिलों में 16 से 26 अगस्त तक निकाली जा रही स्नेह यात्रा आज बमोरी क्षेत्र के ग्राम मोहनपुर खुर्द पहुंची। इस मौके पर स्नेह यात्रा में शामिल उड़ीसा भुवनेश्वर के स्वामी भगवतानंद जी ने ग्रामीणो से संवाद करते हुए कहा कि सत्य सनातन को जानने के लिए यह यात्रा निकली है।
आज भारत का जो भी सम्मान विश्व स्तर पर है, वो भारत के ज्ञान कोष और संस्कृति के कारण है। इसलिए हमें अपने संस्कार और संस्कृति को बचा कर रखना है। और ये तभी संभव है, जब हम आधुनिकता के साथ अपनी संस्कृति को साथ लेकर आगे बढ़ें। हमें हमारी संस्कृति पहचानने के लिए गीता और रामायण के अध्ययन के साथ महापुरुषों के जीवन चरित्र को पढ़ना आवश्यक है। हमें महात्मा गांधी के साथ महाराणा प्रताप और शिवाजी महाराज के साथ अनेको वीर पुरूषों के जीवन चरित्र का अध्ययन करना चाहिए।
हमारे महापुरुषों का इतिहास रहा है कि वे अपने या अपने परिवार के लिए नहीं बल्कि समाज और देश के लिए लडे़ और कई संघर्षों से जूझते हुए आगे बढ़े और विजयपताका लहराई। माता पिता और गुरुओं का सम्मान हमारे संस्कार और संस्कृति में रहा है।जो आज के समय धीरे- धीरे नष्ट होता जा रहा है।
स्वामी जी ने कहा कि हमें बच्चों पर विशेष रूप से ध्यान देना होगा कि वह स्कूल जा रहे हैं की नहीं जा रहे। हमें उनकी पढ़ाई पर विशेष ध्यान देना होगा।अगर अपने समाज से कोई एक अधिकारी भी बनता है, तो वह पूरे समाज का भला करता है ना की स्वयं का।
इस मौके पर स्वामी भगवतानंद जी ने विशेष रूप से बच्चों और युवाओं से आग्रह करते हुए कहा कि वे आधुनिकता और भौतिक सुख सुविधाओं के साथ अपनी संस्कृति और संस्कारों को साथ लेकर चलें। स्नेह यात्रा आज मोहनपुर , सनावली, सिमरोद, अमरोद, नोनेरा से होते हुए, बमोरी पहुंचेगी।
जन अभियान परिषद के नेतृत्व में निकाली जा रही इस यात्रा में जिला प्रसाशन के साथ राम चन्द्र मिशन, पतंजलि योगपीठ, गायत्री परिवार, सेवा भारती के साथ साथ सभी ग्रामवासियों का भरपूर सहयोग मिल रहा है।
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