प्रेम महाविद्यालय में पुस्तकालय, कम्प्यूटर लेब के निर्माण का लिए संकल्प
वृन्दावन। केशीघाट स्थित प्रेम महाविद्यालय में प्रमुख उद्योगपति व समाजसेवी गिरीश कुमार ने प्रेम महाविद्यालय का भ्रमण कर उसमें सेवा कार्य कराने का संकल्प लिया।
प्रमुख समाजसेवी गिरीश कुमार ने कहा कि उनके पूज्य दादाजी स्व. प्रो. कृष्ण चंद्र प्रेम महाविद्यालय में प्राचार्य पद के साथ 1952 में मथुरा लोकसभा से सांसद, 1957 में जलेसर लोकसभा से सांसद, 1962 में राज्यसभा से सांसद एवं वृन्दावन नगर पालिका परिषद के लगातार 22 वर्षों तक चेयरमैन रहे। उन्हीं की स्मृति में विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास एवं त्यागमूर्ति राजा महेंद्र प्रताप जी द्वारा सन 1909 में भारत मे सर्वप्रथम तकनीकी शिक्षा के देखे गए स्वप्न को पूर्ण साकार करने के लिए प्रेम महाविद्यालय इण्टर कॉलेज में पुस्तकालय, कम्प्यूटर लैब, व्यवसायिक शिक्षा के कोर्स आदि की व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से प्रारम्भ किये जाने के लिए प्रधानाचार्य डॉ. देव प्रकाश को प्रस्ताव तैयार करने के लिए मार्गदर्शित किया।
प्रमुख समाजसेवी गिरीश कुमार ने ब्रज क्षेत्र शिक्षा कायाकल्प द्वारा रेलीगेयर एंटरप्राइजेज द्वारा अपने CSR की धनराशि से प्रेम महाविद्यालय इण्टर कॉलेज के किये जा रहे जीर्णोद्धार कार्य के लिए ब्रज क्षेत्र शिक्षा कायाकल्प एवं रेलीगेयर एंटरप्राइजेज को हार्दिक बधाई एवं धन्यवाद देते हुए प्रधानाचार्य डॉ. देव प्रकाश के प्रयासों की सराहना कर विद्यालय के जीर्णोद्धार के कार्य पर हार्दिक प्रसन्नता जाहिर की है।
इस अवसर पर गिरीश कुमार के साथ उनके सुपुत्र आयुष कुमार एवं सुप्रीमकोर्ट के युवा अधिवक्ता प्रांशु कौशल एडवोकेट, आशुतोष जी उपस्थित रहे।
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