प्रज्ज्वल को कर्नाटक के गृह मंत्री की आखिरी चेतावनी
प्रज्वल रेवन्ना ने एक वीडियो बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा कि वे विशेष जांच दल के सामने पेश भी होंगे और उन्हें जांच में सहयोग भी करेंगे। इसके बाद कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने मंगलवार को कहा कि "हमने प्रज्वल को वापस लाने के लिए सभी प्रयास किए हैं। हमने केंद्र सरकार को भी लिखा है, यही नहीं हमने उसके खिलाफ वारंट प्राप्त किया है, जिसकी सूचना हमने गृह और विदेश मंत्रालय को दे दी है।
नई दिल्ली (आरएनआई) प्रज्वल रेवन्ना को आखिरी चेतावनी मिली है, कि अगर वे 31 मई तक वापस नहीं आते तो उन्हें विदेश से वापस लाने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे। प्रज्वल के वीडियो बयान जारी करने के बाद उन्होंने यह चेतावनी दी है।
जद (एस) के संरक्षक एचडी देवेगौड़ा के पोते और हासन लोकसभा क्षेत्र से एनडीए उम्मीदवार 33 वर्षीय प्रज्वल रेवन्ना महिलाओं के यौन शोषण के मुख्य आरोपी हैं। प्रज्वल हासन के मतदान के एक दिन बाद 27 अप्रैल को देश से फरार हो गए थे, बाद में पता चला कि वे जर्मनी गए हैं, और अब तक लौट कर नहीं आए हैं। सीबीआई के माध्यम से इंटरपोल द्वारा उसके ठिकाने के बारे में जानकारी मांगने वाला 'ब्लू कॉर्नर नोटिस' पहले ही जारी किया जा चुका है।
जद भाजपा का समर्थन भी कर रहा है, विपक्ष भी इसको लेकर लगातार भाजपा पर निशाना साध रहा है। इसी बीच प्रज्वल रेवन्ना ने एक वीडियो बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा कि वे विशेष जांच दल के सामने पेश भी होंगे और उन्हें जांच में सहयोग भी करेंगे। इसके बाद कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने मंगलवार को कहा कि "हमने प्रज्वल को वापस लाने के लिए सभी प्रयास किए हैं। हमने केंद्र सरकार को भी लिखा है, यही नहीं हमने उसके खिलाफ वारंट प्राप्त किया है, जिसकी सूचना हमने गृह और विदेश मंत्रालय को दे दी है।
उन्होंने कहा, ''प्रज्वल के वापस आने का फैसला हर उचित है क्योंकि कोई भी कानून के चंगुल से बच नहीं सकता।'' उन्होंने यह भी कहा कि अगर वह चुनाव हार गए तो उनकी सदस्यता ख़त्म हो जाएगी। उनका राजनयिक पासपोर्ट भी ज़ब्त कर लिया जाएगा। यही सोचते हुए उन्होंने वापस आने का फ़ैसला किया होगा।
जी परमेश्वर ने यह भी कहा कि प्रज्वल के लौटने के बाद कानूनी प्रक्रिया शुरू होगी। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि किस वजह से उन्हें वह वीडियो जारी करना पड़ा। लेकिन हम देखेंगे कि 31 मई को क्या होता है? अगर वे नहीं आते, तो अगली प्रक्रिया शुरू करनी होगी।
परमेश्वर ने कहा, एसआईटी इसका फैसला करेगी कि उन्हें आव्रजन में गिरफ्तार किया जाए या नहीं? उन्होंने कहा कि पहले से ही ब्लू कॉर्नर नोटिस, गिरफ्तारी वारंट है, उन्हें एसआईटी के सामने पेश होने के लिए नोटिस दिया गया है। आरोप पत्र और अन्य चीजें बाद में की जाएंगी। हमें सच्चाई का पता लगाना है।
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