पुराने संसद भवन ने देखीं कई ऐतिहासिक घटनाएं
राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हम सभी आज यहां एक साथ ऐतिहासिक सेंट्रल हॉल में भारत की संसद की समृद्ध विरासत का जश्न मनाने के लिए एकत्र हुए हैं।
नई दिल्ली। (आरएनआई) संसद के विशेष सत्र का आज दूसरा दिन है। आज से संसद की कार्यवाही नए संसद भवन में आयोजित की जाएगी। इससे पहले, सेंट्रल हॉल में विपक्षी नेताओं ने स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को याद किया।
राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हम सभी आज यहां एक साथ ऐतिहासिक सेंट्रल हॉल में भारत की संसद की समृद्ध विरासत का जश्न मनाने के लिए एकत्र हुए हैं। इसी सेंट्रल हॉल में संविधान सभा की बैठक 1946 से 1949 तक हुई थी। उन्होंने कहा कि आज हम विनम्रतापूर्वक डॉ. राजेंद्र प्रसाद, पंडित जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभभाई पटेल और बीआर अंबेडकर के योगदान को याद कर रहे हैं।
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, 'इस अवसर का लाभ उठाते हुए बिना किसी मलाल के और बिना कुछ कहे, मैं कहना चाहुंगा कि इस मंच पर खड़ा होकर उत्साहित महसूस कर रहा हूं।' उन्होंने आगे कहा कि पुराने संसद भवन ने ऐतिहासिक घटनाओं और कई महत्वपूर्ण घटनाओं का कारवां देखा है।
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