पप्पू यादव के राजनीतिक भविष्य पर आज होगा फैसला
अपनी बनी-बनाई पार्टी को कांग्रेस में मिलाकर पूर्णिया सीट की चाहत रखने वाले पूर्व सांसद पप्पू यादव के भविष्य, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश सिंह की ताकत और महागठबंधन में एकता की जमीनी हकीकत- तीनों चीजों का एक साथ फैसला आज हो जाएगा।
पटना (आरएनआई) जन अधिकार पार्टी का विलय कराकर कांग्रेस में शामिल हुए पप्पू यादव के लिए आज अहम दिन है। आप पूर्णिया समेत दूसरे चरण की लोकसभा सीटों पर नामांकन का आखिरी दिन है। पूर्णिया लोकसभा सीट पर सबकी नजरें हैं। कांग्रेस ने पहले ही अल्टीमेटम दे दिया है कि अगर पप्पू यादव नामांकन वापस नहीं लेते हैं तो आलाकमान कार्रवाई करेगी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने दो दिन पहले ही कहा था कि किसी को भी आला कमान और कांग्रेस नेतृत्व इस बात की इजाजत नहीं देता कि वह निर्दलीय नामांकन करे। यह कांग्रेस पार्टी स्वीकार नहीं करेगी। पप्पू यादव पर कार्रवाई होगी इस सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी तो सलाह होगा कि अभी नामांकन पत्र वापस लेने की तारीख बची हुई है इसलिए वह अपना नामांकन वापस लें।
अखिलेश सिंह के इस बयान से स्पष्ट हो गया कि अगर पप्पू कांग्रेसी रहना चाहते हैं तो उन्हें नामांकन वापस लेना होगा। राजनीतिक पंडित बताते हैं कि किसी भी कीमत पर पप्पू यादव अपना नामांकन वापस नहीं लेंगे। पिछले सात महीने से पप्पू यादव 'प्रणाम पूर्णिया' अभियान चला रहे हैं। पप्पू यादव पहले ही कह चुके हैं कि मर जाएंगे कांग्रेस नहीं छोड़ेंगे। दुनिया छोड़ देंगे, पूर्णिया नहीं छोड़ेंगे।
पप्पू यादव ने रविवार देर रात सोशल मीडिया पर लिखा कि बस उन्नीस दिन और पूर्णिया के आशीर्वाद और प्यार से इंकलाब लाएंगे। आइए मिलकर संविधान बचाएंगे। पूर्णिया को पूर्ण विकसित बनाएंगे। सबको न्याय, सबको उनका हक़ दिलाएंगे। निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपना पर्चा दाखिल करने वाले पप्पू यादव के इस बयान से स्पष्ट हो गया कि वह नामांकन वापस नहीं लेंगे। बिहार कांग्रेस के भी कई नेता चाहते हैं कि पप्पू यादव पर कार्रवाई हो। यह नेता पप्पू यादव के कांग्रेस में आने से असहज दिखे थे।
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