पड़ोसी देश में भी मिलेगा यूपीआई को बढ़ावा जी-20 बैठक से पहले भारत-बांग्लादेश में तीन समझौते
भारत-बांग्लादेश के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम (सीईपी) 2023-25 पर भी हस्ताक्षर हुए। इसके तहत दोनों देशों ने अपनी सांस्कृतिक विरासत को साझा करने का लक्ष्य रखा है।
नई दिल्ली। (आरएनआई) जी-20 बैठक से पहले ही भारत के साथ कई देशों के रिश्ते गहरे होने का सिलसिला शुरू हो चुका है। इनमें एक नाम बांग्लादेश का भी है, जिसकी प्रधानमंत्री शेख हसीना ने शुक्रवार को पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक में हिस्सा लिया और दोनों देशों के सहयोग में विविधता लाने पर बातचीत की। बताया गया है कि भारत और बांग्लादेश के बीच तीन समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुए। इनमें एक एमओयू दोनों देशों के बीच डिजिटल पेमेंट के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने से जुड़ा है।
विदेश मंत्रालय ने आधिकारिक रिलीज में बताया कि भारत के नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन (एनपीसीआई) और बांग्लादेश के बैंक के बीच डिजिटल पेमेंट ढांचे में सहयोग के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर हुए। गौरतलब है कि भारत में एनपीसीआई ही यूपीआई पेमेंट के ढांचे के लिए जिम्मेदार संस्था है।
भारत-बांग्लादेश के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम (सीईपी) 2023-25 पर भी हस्ताक्षर हुए। इसके तहत दोनों देशों ने अपनी सांस्कृतिक विरासत को साझा करने का लक्ष्य रखा है। इसके अलावा तीसरा एमओयू भारत के कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) और बांग्लादेश के कृषि अनुसंधान परिषद (बीएआरसी) के बीच कृषि क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए हुआ।
पीएम मोदी ने शुक्रवार शाम जी20 शिखर सम्मेलन से पहले बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ द्विपक्षीय सहयोग में विविधता लाने पर बातचीत की और कनेक्टिविटी (संपर्क) के अलावा वाणिज्यिक संपर्क जैसे मुद्दों पर चर्चा की। एक्स पर एक पोस्ट में पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ सार्थक विचार-विमर्श किया। मोदी ने कहा, ‘‘पिछले नौ वर्षों में भारत-बांग्लादेश संबंधों में प्रगति बहुत सुखद रही है। कनेक्टिविटी, वाणिज्यिक जुड़ाव समेत अन्य मुद्दों पर हमारी बातचीत हुई।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत-बांग्लादेश द्विपक्षीय सहयोग में विविधता लाने पर प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ सार्थक बातचीत की। वे कनेक्टिविटी, संस्कृति, लोगों के आपसी संपर्क सहित कई क्षेत्रों में संबंधों को मजबूत करने पर सहमत हुए।
मोदी और हसीना के बीच यह मुलाकात जी-20 बैठक से एक दिन पहले हुई है। जी-20 नेता यहां नौ और 10 सितंबर को समूह के वार्षिक शिखर सम्मेलन में महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे। भारत वर्तमान जी20 अध्यक्ष के रूप में शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है।
जी20 अध्यक्ष के रूप में भारत समावेशी विकास, डिजिटल नवाचार, जलवायु लचीलापन और न्यायसंगत वैश्विक स्वास्थ्य पहुंच जैसे विभिन्न मुद्दों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
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