पंजाब : सोना तस्करी का नया तरीका
पुनीत उर्फ गुरु इस गैंग का मास्टरमाइंड है। वह दुबई से ऐसे लोगों को तस्करी के लिए चुनता था जो दिखने में सीधे-साधे लगते हों, जिन पर कोई शक न कर सके। वह उन्हें पैसे का लालच देकर कह देता था कि उसका सामान वहां एयरपोर्ट पर पहुंचा दें। पुलिस को जांच के दौरान आरोपियों से एक डायरी मिली है।
लुधियाना। (आरएनआई) अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने की तस्करी करने वाले दो आरोपियों को सीआईए-टू पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दुबई से यात्रियों के जरिये सोने की पेस्ट बनाकर उसे सामान में डालकर भेजा जाता था। आरोपी अमृतसर के राजासांसी एयरपोर्ट से यात्रियों की पहचान करते और उनसे सोने की पेस्ट ले लेते थे। आरोपी जिस यात्री से सामान लेते थे, उसे बीस हजार रुपये की नकदी पकड़ा कर खुद चले जाते थे। उसके बाद आरोपी सामान लेकर वापस आ जाते थे।
पुलिस को सूचना मिली तो पुलिस ने दोनों आरोपियों को लुधियाना में सूचना के आधार पर काबू कर लिया। दोनों से सोने का एक किलो 230 ग्राम पेस्ट, देसी पिस्तौल और पांच कारतूस बरामद हुए हैं। गैंग का मास्टरमाइंड दुबई में बैठा है। वह दुबई से भारत आने वाले यात्रियों को सोने का पेस्ट पकड़ाता था।
पुलिस ने उत्तरप्रदेश के जिला सहारनपुर स्थित गांव गड़ोला निवासी आजाद सिंह (अमृतसर में किराए के मकान में रहता है) और सहारनपुर के ही आशु कुमार के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पूछताछ के बाद आजाद सिंह के जीजा दुबई निवासी पुनीत सिंह उर्फ गुरु उर्फ पंकज और उसके साथी दुबई के ही रहने वाले परविंदर सिंह को भी नामजद किया है।
सीआईए टू की टीम ने जालंधर बाइपास के पास नाकाबंदी कर रखी थी। सूचना के आधार पर आरोपियों को काबू किया तो उनके कब्जे से एक किलो सोने की पेस्ट मिली। पूछताछ में पता चला कि सोना पेस्ट के रूप में ही तस्करी किया जा रहा है। उनकी निशानदेही पर अमृतसर से 230 ग्राम सोने की पेस्ट और बरामद किया गया। आरोपी आजाद सिंह का जीजा पुनीत सिंह दुबई में रहता है और उसका साथी परविंदर सिंह भी दुबई में ही है। दोनों वहां से यात्रियों को पेस्ट के रूप में सोना दे देते थे और उन्हें व्हाट्सएप पर फोटो भेज देते थे। वह अमृतसर एयरपोर्ट पर यात्री की पहचान कर उन्हें मिलते और सोने की पेस्ट लेने के बाद उन्हें बीस हजार रुपये दे देते थे। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि सोना पेस्ट होने के कारण मशीन में पकड़ा नहीं जाता था। पुलिस कमिश्नर मंदीप सिंह के मुताबिक आरोपी अब तक पचास किलो के करीब सोना पेस्ट के रूप में तस्करी कर चुके हैं।
पुनीत उर्फ गुरु इस गैंग का मास्टरमाइंड है। वह दुबई से ऐसे लोगों को तस्करी के लिए चुनता था जो दिखने में सीधे-साधे लगते हों, जिन पर कोई शक न कर सके। वह उन्हें पैसे का लालच देकर कह देता था कि उसका सामान वहां एयरपोर्ट पर पहुंचा दें। पुलिस को जांच के दौरान आरोपियों से एक डायरी मिली है। डायरी में सोने की तस्करी का पूरा हिसाब लिखा हुआ है। अभी तक 50 से अधिक लोगों की सूची पुलिस के पास पहुंच चुकी है। गैंग की एक खास बात यह है कि हर बार नए व्यक्ति को तस्करी के लिए भेजा जाता है। पुलिस को डायरी से जिन 50 लोगों का रिकॉर्ड मिला है, उनमें से एक भी ऐसा व्यक्ति नहीं जो तस्करी में रिपीट हुआ हो।
तस्करों के बैग पर एक कोड वर्ड का टैग लगा कर मास्टरमाइंड इन्हें भारत भेजता था। उस बैग और व्यक्ति की तस्वीर भारत बैठे तस्करों को मिल जाती। एयरपोर्ट पर बैग और कोर्ड वर्ड का टैग लगा देख आसानी से तस्कर दुबई से सोना लेकर आए यात्री को पहचान लेते थे। सोना तस्करी के काम में पारदर्शिता लाने के लिए दुबई से आए यात्री की भारत में बैठे तस्कर कुछ सेकेंड की वीडियो बनाते। वीडियो में उससे पूछा जाता कि उसे क्या किसी तरह की कोई दिक्कत परेशानी फ्लाइट में तो नहीं आई। सोना ला रहे यात्री का वीडियो दुबई भेजी जाती था, जिसके बाद उस यात्री को 20 हजार पेमेंट देते थे।
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