नौसेना प्रमुख ने द्विपक्षीय सैन्य संबंधों को बढ़ावा देने के लिए लंका में शीर्ष राजनीतिक और रक्षा नेतृत्व के साथ चर्चा की
भारतीय नौसेना के प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को आगे बढ़ाने पर राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे सहित श्रीलंका के वरिष्ठ राजनीतिक और रक्षा नेतृत्व के साथ चर्चा की।
कोलंबो, 15 दिसंबर 2022, (आरएनआई)। भारतीय नौसेना के प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को आगे बढ़ाने पर राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे सहित श्रीलंका के वरिष्ठ राजनीतिक और रक्षा नेतृत्व के साथ चर्चा की।
चार दिवसीय दौरे पर मंगलवार को यहां पहुंचे कुमार ने बुधवार को राष्ट्रपति विक्रमसिंघे से मुलाकात की।
भारतीय उच्चायोग ने यहां ट्वीट किया, “द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की दिशा में भारत और श्रीलंका के बीच रक्षा सहयोग को आगे बढ़ाने पर चर्चा हुई। क्षेत्र में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में कोलंबो सुरक्षा कॉन्क्लेव को चलाने में श्रीलंका की भूमिका को स्वीकार किया गया।”
उन्होंने प्रधानमंत्री दिनेश गुणावर्धने से भी मुलाकात की।
उच्चायोग ने ट्वीट किया, “दोनों देशों के सशस्त्र बलों के बीच मौजूदा संबंधों को और मजबूत करने के लिए मजबूत रक्षा संबंधों के महत्व और साधनों पर चर्चा की।”
कुमार ने श्रीलंका की रक्षा राज्य मंत्री प्रेमिता बंडारा तेनाकून से भी मुलाकात की।
भारतीय नौसेना ने बृहस्पतिवार को ट्वीट किया, “सीएनएस (नौसेना प्रमुख) ने रक्षा उद्योग सहयोग के अवसरों सहित द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को मजबूत करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता से अवगत कराया।”
उन्होंने श्रीलंका नौसेना के कमांडर वाइस एडमिरल निशांथा यू. से भी मुलाकात की।
भारतीय नौसेना ने ट्वीट किया, “समुद्री क्षेत्र में सहयोग को और बढ़ाने के लिए साझा हित और संभावनाओं के समुद्री सुरक्षा मामलों पर उपयोगी चर्चा हुई।”
नौसेना प्रमुख के साथ उच्चायुक्त गोपाल बागले ने आईएनएस ‘सह्याद्री’ पर एक स्वागत समारोह की मेजबानी की।
श्रीलंकाई संसद के अध्यक्ष महिंदा यापा अबेयवर्धने और निमल सिरीपाला सिल्वा, डगलस देवानंद और कंचना विजेसेकरा सहित मंत्रियो, कई गणमान्य व्यक्तियों और भारत के मित्रों ने स्वागत समारोह में भाग लिया।
भारतीय उच्चायोग ने ट्वीट किया, “सचमुच एक यादगार शाम!!!”
कुमार ने श्रीलंका नौसेना के जहाज एसएलएनएस सिंदूरला और कोलंबो बंदरगाह पर नौसेना सुविधाओं का भी दौरा किया।
उच्चायोग ने कहा, “बातचीत के दौरान, श्रीलंका नौसेना नेतृत्व और जहाज के चालक दल ने श्रीलंका नौसेना के लिए गोवा शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा निर्मित अपतटीय गश्ती जहाज (ओपीवी) की परिचालन उपयोगिता को स्वीकार किया।”
बहादुर भारतीय सैनिकों के सर्वोच्च बलिदान को याद करते हुए, एडमिरल कुमार ने मंगलवार को आईपीकेएफ मेमोरियल में श्रद्धांजलि अर्पित की। भारतीय शांति रक्षा सेना
भारतीय शांति रक्षा सेना (आईपीकेएफ) 1987 और 1990 के बीच श्रीलंका में एक शांति अभियान चलाने वाली भारतीय सैन्य टुकड़ी थी।
कुमार को बृहस्पतिवार को निर्धारित नौसेना और समुद्री अकादमी (एनएमए), त्रिंकोमाली में जारी परेड के लिए मुख्य अतिथि और समीक्षा अधिकारी के रूप में आमंत्रित किया गया।
एडमिरल कुमार की यात्रा श्रीलंका के हंबनटोटा बंदरगाह पर एक चीनी जासूसी जहाज के पहुंचने के महीनों बाद हुई, जिससे भारत और श्रीलंका के बीच एक राजनयिक विवाद शुरू हो गया था।
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