मुख्यमंत्री व डीएम के निर्देशो के बाद भी शुरू न हो सका बारिश व ओलावृष्टि से हुये नुकसान के आकलन का कार्य
हरदोई (आरएनआई) जिले में गत दिनों हुई बरसात व ओलावृष्टि से किसानों की फसलें गिर जाने से भारी नुक़सान हुआ था जिसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 24घन्टे मे किसानों की फसलों के नुक़सान का आकलन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें ताकि किसानों को तत्काल मदद दी जा सके इसी क्रम में जिलाधिकारी मंगलाप्रसाद ने भी सभी तहसीलों के तहसीलदार व लेखपालों को 24घन्टे मे किसानों के नुक़सान का आकलन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। लेकिन तहसीलदार व लेखपालों पर इन निर्देशों का शायद असर ही नहीं हुआ। लगभग निर्देशो को 48घन्टे से अधिक होने को लेकिन एक भी लेखपाल किसानों के खेत में नुक़सान का आकलन करने नहीं पहुंचा है। स्वतंत्र भारत की टीम निर्देशो के अनुपालन की सत्यता जांचने के लिये गांव में पहुंची। तो असलियत जान कर सन्न रह गई। तहसील शाहाबाद क्षेत्र के गांव परेली, गुजीदेई सूरापुर,किलकिली , आगमपुर,झोथूपूर के किसानों ने बताया कि मेरे यहां फसल देखने के लिए कोई नहीं आया है।यही हाल सवायजपुर तहसील के गांव अमिरता, वीरेपुर तेरा, भैसीनगला , मदनापुर,कहरई आदि गांवों में भी कोई नहीं पहुंचा है।इसी तरह सदर तहसील, विलग्राम, संडीला समेत जिले की समस्त तहसीलो में सर्वे कार्य शुरू ही नहीं किया गया है। किसान बेचारे खेत से लेकर तहसील के चक्कर काट रहा है। लेकिन नुक़सान आकलन के निर्देश के बाबजूद भी तहसील से सर्वे क्यों नहीं शुरू किया यह अपने आप में यक्ष प्रश्न बना हुआ है।
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