निराश्रित गोवंश संरक्षण के सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने दिये कड़े निर्देश
हरदोई (आरएनआई) आज कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में निराश्रित गोवंशों के संबंध में बैठक हुई। उन्होंने कहा कि सभी खण्ड विकास अधिकारी वर्तमान ग्राम प्रधानों के साथ अगले 3 दिन में बैठक कर लें। ग्राम प्रधानों को गोवंश संरक्षण के संबंध में किये जा रहे प्रयासों के संबंध में भी अवगत कराया जाए। इनमे वर्तमान गोशालाओं वाले ग्रामों के ग्राम प्रधानों से विशेष रूप से संवाद किया जाए। संरक्षण की व्यवस्थाओं में बाधक बनने वाले कारणों को चिन्हित किया जाये। जानबूझकर समस्या पैदा करने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाए। नई गोशालाओं का निर्माण पूर्ण होने तक निराश्रित गोवंशों के संरक्षण के लिए अस्थायी व्यवस्था रखी जाए। निर्माणाधीन गोशालाओं का निर्माण तेजी से कराया जाए। आवश्यकता पड़ने पर अतिरिक्त श्रम लगाया जाए। वर्तमान गोशालाओं में अतिरिक्त्त शेड बनाये जाएँ। गोवंश संरक्षण के लिए उपजिलाधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी व पशु चिकित्सा अधिकारी निरंतर समन्वय रखें। जनवरी माह तक किसी पशु चिकित्सा अधिकारी को अवकाश स्वीकृत न किया जाए। उपजिलाधिकारी प्रत्येक 3 दिन में गोवंश संरक्षण के संबंध में बैठक करें। मुख्य चिकित्सा अधिकारी तथा उपायुक्त मनरेगा सूचना संकलित कर निर्धारित प्रारूप पर प्रतिदिन प्रेषित करें। सहभागिता योजना के अंतर्गत जन सहयोग से पशुओं को संरक्षित करने का कार्य किया जाये। निराश्रित गोवंश सूचना तंत्र में पंचायत सहायक, सेक्रेटरी व सफाई कर्मी को शामिल किया जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि गोवंश संरक्षण में किसी भी स्तर पर लापरवाही क्षम्य नही होगी। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा राना, अपर जिलाधिकारी वंदना त्रिवेदी, पीडी गजेन्द्र तिवारी, समस्त उपजिलाधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी, पशु चिकित्सा अधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
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