नगरपालिका गुना द्वारा स्वच्छता के नाम पर 27 लाख पानी में!
गुना। समुचे प्रदेश में स्वच्छता पर भारी भरकम पैसा खर्च प्रदेश को अव्वल बनाने को लेकर गुना नगरपालिका की उदासीनता देखने पर आती है! यहां एक प्राइवेट एजेंसी को स्वच्छता की देखभाल के लिए 27 लाख रुपए का टेंडर दिया गया। उक्त कम्पनी द्वारा घर घर कचरा कलेक्शन करने बाले वाहन में उक्त कम्पनी द्वारा एक कर्मचारी को बैठाया गया है। उस कर्मचारी की ड्यूटी हे कि वह नागरिकों को बतायें कि सूखा कचरा ओर गीला कचरा अलग-अलग गाड़ी के बाक्स में डाले। लेकिन कर्मचारी गाड़ी बैठा हुआ। अपने मोबाइल या धुन में बैठा रहता है। इस तरह कम्पनी द्वारा सिर्फ खानापूर्ति कर 27 लाख में चूना लगा रही हे? दरअसल नगरपालिका में नियुक्त सैनेट्री इंस्पेक्टर नियुक्त हे। जो प्रातः एवं मध्यान्ह की पाली में शहर के वार्डों का भ्रमण कर स्वच्छता पर ध्यान दें! लेकिन वह कर्मचारी भी नदारत! आखिर कैसे बनेगी नगरपालिका गुना स्वच्छता में अव्वल! नई परिषद में पार्षदों और अध्यक्ष के बीच जमकर तालमेल हे? न तुम कुछ कहो न में कुछ कहु। जैसा चले चलने दो। रही बात पार्षदों की तो पक्ष,विपक्ष दोनों मौन? नगरपालिका में प्रतिपक्ष नेता की भूमिका पर उनके ही पार्षदों में विरोध के स्वर हे? यह विरोध कुछ दिनों पहले राघौगढ़ किले तक जयबर्द्व सिंह पूर्व नगरीय प्रशासन मंत्री तक पहुंचा! आज भी प्रतिपक्ष की भूमिका संदेह के घेरे में प्रतीत होती हे? शहर का नागरिक परेशान। पूरे शहर में सीवर लाइन ओर इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन गैस पाइपलाइन का कार्य चल रहा हे। दोनों में कोई तालमेल नहीं। कुछ दिनों पहले सीवर लाइन द्वारा गैस पाइपलाइन को नुक्सान पहचाने के एवज में कंपनी द्वारा सीवर लाइन ठेकेदार पर जुर्माना भी किया गया? ऐसा अपुष्ट सूत्रों से ज्ञात हुआ! शहर के वार्ड क्रमांक 03 में पूरा वार्ड खुदा पड़ा है। हेडपोस्ट आफिस रोड पर धूल के गुब्बारे लोग परेशान हे जहां सीवर लाइन के ठेकेदार द्वारा खुदाई की गई है। वह विगत पन्द्रह दिन पहले की गई थी जो आज दिनांक तक रिपेयरिंग नहीं हुई। जबकि बारिश का महज एक माह शेष हे । इससे पूर्व कार्य शहर में पूर्ण न होने ओर खुदाई चलती रही तो खुदाई में निकली काली मिट्टी नागरिकों को गंभीर हादसे का निमंत्रण से कम नहीं।
What's Your Reaction?