धर्म की रक्षा को पृथ्वी पर अवतरित होते हैं भगवान नारायण : किन्नर महामंडलेश्वर हेमांगी सखी
वृन्दावन।छटीकरा रोड़ स्थित राधाकृष्ण धाम में अहमदाबाद के कामधेनु लोक कल्याण मंडल के द्वारा श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ का आयोजन कराया जा रहा है।जिसमें विश्व की प्रथम किन्नर महामंडलेश्वर हेमांगी सखी मां (मुंबई) के मुखारविंद से श्रीमद्भागवत कथा का रसवर्षण हो रहा है।
महामंडलेश्वर हेमांगी सखी मां ने श्रीमद्भागवत कथा श्रवण कराते हुए कहा कि पृथ्वी पर जब-जब अधर्म बढ़ता है और धर्म की हानि होने लगती है,तब-तब अधर्म का नाश करने के लिए और धर्म की रक्षा व पुनःस्थापना के लिए भगवान नारायण पृथ्वी पर अवतरित होते हैं।इसीलिए वे तारणहार कहे जाते हैं।
महामंडलेश्वर हेमांगी सखी मां ने भगवान के दिव्य स्वरूप का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान ने ब्रज में अवतार लेकर पूरब से लेकर पश्चिम तक धर्म की स्थापना के लिए समस्त राक्षसों का उद्धार कर जीव मात्र को सुख प्रदान किया।
ब्रज सेवा संस्थान के अध्यक्ष डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने विश्व की प्रथम किन्नर भागवत प्रवक्ता महामंडलेश्वर हेमांगी सखी मां के द्वारा संचालित विभिन्न लोक कल्याणकारी गतिविधियों की जानकारी दी।साथ ही कहा कि वे धर्म व अध्यात्म के अलावा समाजसेवा के क्षेत्र में भी पूर्ण समर्पण के साथ जुटी हुई हैं।हम सभी को इन जैसी महान विभूतियों का तन-मन-धन से पूर्ण सहयोग करना चाहिए।
इस अवसर पर कामधेनु लोक कल्याण मंडल, अहमदाबाद के अध्यक्ष व आयोजन के मुख्य यजमान विनोद पटेल ने श्रीमद्भागवत व कथा व्यास का पूजन-अर्चन किया।साथ ही मंडल के द्वारा यमुना चुनरी मनोरथ का भी आयोजन संपन्न हुआ।जिसमें 2 सौ से भी अधिक गुजराती भक्तों व श्रृद्धालुओं ने मां यमुना की पूजा-अर्चना कर उन्हें चुनरी ओढ़ाई।
महोत्सव के अंतर्गत किन्नर महामंडलेश्वर हेमांगी सखी मां 9 अप्रैल 2023 को मध्याह्न 12 बजे से कथा स्थल पर दु:ख निवारण दरबार लगाएंगी।जिसमें वे अपने दरबार में आने वाले सभी व्यक्तियों के कष्टों व दु:खों को जानकर उनका निवारण करेंगी।
ज्ञात हो कि किन्नर महामंडलेश्वर हेमांगी सखी मां कई धर्म ग्रंथों की प्रकांड विद्वान हैं।उन्हें हिन्दी के अलावा अंग्रेजी, गुजराती, पंजाबी, मराठी आदि कई भाषाओं की श्रीमद्भागवत कथा कहने का महारथ हासिल है।
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