देश को मिली पहली AI शिक्षिका, तीन भाषाओं में करती है बात
नवाचार के क्षेत्र में देश को बड़ी कामयाबी मिली है। केरल के स्कूल में पहली एआई शिक्षिका साड़ी पहनकर पहुंची। यह शिक्षिका तीन भाषाओं में संवाद करती है। अत्याधुनिक तकनीक से लैस एआई शिक्षिका चैट जीपीटी जैसे प्रोग्रामिंग से लैस है।
तिरुवनंतपुरम (आरएनआई) देश को पहली एआई शिक्षिका मिल गई है। केरल के तिरुवनंतपुरम के एक स्कूल में आईरिस नामक एक रोबोट शिक्षक पेश किया गया है। इसे ‘मेकरलैब्स एडुटेक’कंपनी की मदद से बनाया गया है। आईरिस देश की पहली जेनरेटिव एआई टीचर है। राज्य के केटीसीटी स्कूल में एआई शिक्षिका साड़ी में नजर आई और बच्चों से हाथ मिलाया।
आईरिस भारत सरकार की योजना एटीएल का हिस्सा है। इसका उद्देश्य स्कूलों में बच्चों के बीच मनोरंजक गतिविधियों को बढ़ाना है। यह तीन प्रमुख भाषाओं में बातचीत कर सकती है और यह विद्यार्थियों के कठिन से कठिन सवालों के जवाब भी बेहद आसानी से दे सकती है। आईरिस का नॉलेज बेस चैटजीपीटी जैसे प्रोग्रामिंग से बनाया गया है। यह अन्य ऑटोमेटिक शिक्षण उपकरणों से ज्यादा व्यापक है। इसमें एक इंटेल प्रोसेसर और एक को-प्रोसेसर है, जो कई तरह के कमांड को संभालेगा।
मानव निर्मित आईरिस चार पहियों पर घूमती है। आईरिस के गले में माइक्रोफोन को एक हार के रूप में सजाया गया है और बात करने के लिए इसमें स्पीकर लगाया गया है। यह गणित या विज्ञान जैसे विभिन्न विषयों के कठिन प्रश्नों का उत्तर दे सकती है। यह आपकी आवाज के मामले में आपको व्यक्तिगत मदद भी कर सकती है। आईरिस तीन अलग-अलग भाषाओं में बात कर सकती है। यह एआई सिद्धांत पर काम करता है, इसमें आवाज को टेक्स्ट में और टेक्स्ट को आवाज में बदलने की क्षमता है। यह बच्चों को कहानियां भी सुना सकती है।
Follow the RNI News channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029VaBPp7rK5cD6XB2Xp81Z
What's Your Reaction?