दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ा; किनारों पर बसे हजारों लोग सुरक्षित स्थानों पर गए
दिल्ली सरकार ने मंगलवार को बताया कि शहर में उफनती यमुना नदी के डूब क्षेत्र में रहने वाले हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर अस्थायी शिविरों में स्थानांतरित कर दिया गया है तथा उन्हें भोजन और पानी उपलब्ध कराया जा रहा है।
नयी दिल्ली, 11 जुलाई 2023, (आरएनआई)। दिल्ली सरकार ने मंगलवार को बताया कि शहर में उफनती यमुना नदी के डूब क्षेत्र में रहने वाले हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर अस्थायी शिविरों में स्थानांतरित कर दिया गया है तथा उन्हें भोजन और पानी उपलब्ध कराया जा रहा है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि निकासी प्रक्रिया चल रही है।
सौरभ भारद्वाज ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्रभावित लोगों को दिल्ली के पूर्वी, उत्तरी, उत्तर-पूर्वी, दक्षिण-पूर्वी, मध्य और शाहदरा जिलों में स्थानांतरित किया जा रहा है, जहां उनके लिए 2,700 से अधिक तंबुओं की व्यवस्था की गई है।
मंत्री ने कहा कि हरियाणा से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण यमुना का जल स्तर बढ़ रहा है लेकिन दिल्ली में बाढ़ की आशंका नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘ दिल्ली में बाढ़ नहीं आएगी। जैसे ही यमुना का स्तर बढ़ता है, नदी के किनारे रहने वाले लोगों को जगह खाली करनी पड़ती है। नदी के नजदीक रिहायशी इलाकों में पानी घुसने का कोई खतरा नहीं है। ’’
भारद्वाज ने कहा कि इन लोगों को आश्रय देने के लिए अधिकांश तंबू पूर्वी जिले (1,700) में लगाए गए हैं, इसके अलावा उत्तर-पूर्वी दिल्ली जिले में 280, शाहदरा में 170, मध्य दिल्ली में 150 और दक्षिण-पूर्वी जिले में 384 तंबू लगाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि उत्तरी जिले में आश्रय स्थल भी तैयार किए गए हैं जहां भोजन, पानी और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने मंगलवार को एक आपात बैठक के बाद कहा था कि जब नदी 206 मीटर के निशान को पार कर जाएगी तो यमुना के डूब क्षेत्र से लोगों को हटा दिया जाएगा।
राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को यमुना नदी का जलस्तर 206 मीटर के निशान को पार कर गया, जिससे बाढ़ संभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने का काम शुरू कर दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि एहतियातन ‘ओल्ड रेलवे ब्रिज’ को सड़क व रेल यातायात के लिए बंद कर दिया गया है।
दिल्ली की यातायात पुलिस ने ट्वीट किया, ‘‘ यमुना नदी में पानी के खतरनाक स्तर के कारण ‘ओल्ड रेलवे ब्रिज’ पुश्ता रोड, गांधी नगर को अगले आदेश तक सार्वजनिक/यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे तदनुसार अपनी यात्रा की योजना बनाएं।’’
यातायात पुलिस ने यात्रियों से बंगला साहिब गुरुद्वारा और रकाबगंज गुरुद्वारे में गुरुपर्व समारोह के मद्देनजर बाबा खड़क सिंह मार्ग, पंडित पंत मार्ग आदि से बचने को भी कहा।
दिल्ली में नदी का पानी अनुमान से पहले सोमवार शाम को खतरे के निशान 205.33 मीटर को पार कर गया था।
केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के बाढ़-निगरानी मंच के अनुसार, हरियाणा द्वारा यमुनानगर में हथिनीकुंड बैराज से यमुना नदी में अधिक पानी छोड़े जाने के कारण सोमवार शाम पांच बजे ओल्ड रेलवे ब्रिज पर जलस्तर बढ़कर 205.4 मीटर हो गया था और मंगलवार सुबह छह बजे तक ओल्ड रेलवे ब्रिज पर जलस्तर बढ़कर 206.38 मीटर पर पहुंच गया। इसके मंगलवार शाम तक 206.75 मीटर तक बढ़ने की आशंका है।
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