दिल्ली के बाद गुजरात में बड़ा हादसा, भारी बारिश के चलते राजकोट एयरपोर्ट टर्मिनल के बाहर की छत ढही
एक के बाद एक भारी बारिश के चलते हादसे हो रहे हैं। दिल्ली और बिहार के बाद अब गुजरात का हवाई अड्डा हादसे का शिकार हो गया। यहां के राजकोट एयरकोर्ट के एक हिस्से की छत ढह गई है।
राजकोट (आरएनआई) गुजरात के राजकोट एयरपोर्ट पर आज दोपहर बड़ा हादसा हो गया। यहां भारी बारिश के चलते राजकोट एयरपोर्ट की छत का एक हिस्सा टूटकर नीचे गिर गया। बताया जा रहा है कि एयरपोर्ट टर्मिनल के बाहर पैसेंजर पिकअप और ड्रॉप एरिया में कैनोपी (छतरी) गिर गई। जुलाई 2023 में इसका लोकार्पण हुआ था। गनीमत रही की हादसे के वक्त वहां कोई मौजूद नहीं था। वरना दिल्ली जैसा हादसा हो सकता था।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, छत पर भरे पानी को बाहर निकालने के लिए रखरखाव कार्य के दौरान यह ढह गई। घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है।
एक दिन पहले ही दिल्ली में भी ऐसा ही हादसा हुआ था। टर्मिनल-1 की छत गिरने से एक कैब ड्राइवर की जान चली गई थी। हादसे में छह लोग भी गंभीर रूप से घायल हो गए थे। एयरपोर्ट की छत का एक हिस्सा अचानक गिर गया था, जिसकी चपेट में आकर कई कारें दब गईं। हादसे के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हादसे के समय जब कारों पर लोहे के बीम गिरे तो अफरातफरी मच गई और लोग मदद के लिए चिल्लाते हुए नजर आए।
गुरुवार को जबलपुर एयरपोर्ट का भी शेड गिर गया था। इस घटना का वीडियो शेयर करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि जबलपुर में 450 करोड़ से नवनिर्मित डुमना एयरपोर्ट का शेड पहली ही बारिश में कार के ऊपर गिर गया, जिससे कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। तीन महीने पहले ही टर्मिनल का मोदी जी ने लोकार्पण किया था। उन्होंने लिखा था कि मोदी जी की गारंटी बस तीन महीने ही टिक पाई।
मामला खमरिया थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक, नवनिर्मित डुमना एयरपोर्ट का ऊपरी छज्जा अचानक गिर गया था। इस दौरान वह खड़ी एक अधिकारी की कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई थी। गनीमत रही कि किसी को कोई चोट नहीं आई। नहीं तो एक बड़ा हादसा हो सकता था। वहीं, इस मामले में लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि मुझे इसकी जानकारी अभी नहीं है। मैं सुबह से ही लगातार बैठक में हूं। लेकिन इसकी पूरी जानकारी ली जाएगी। कोई ऐसी स्थिति बनी है तो दोबारा इसकी पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए दिशा-निर्देश दिया जाएगा।
10 मार्च 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जबलपुर में 450 करोड़ की लागत से बने डुमना नवनिर्मित एयरपोर्ट और ग्वालियर एयरपोर्ट का वर्चुअल उद्घाटन किया था। महज तीन महीने के एयरपोर्ट का छज्जा टूटना निर्माण कार्य के गुणवत्ता पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है।
डुमना एयरपोर्ट की नई बिल्डिंग 450 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण हुआ था। इसका वर्चुअल उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तीन महीने पहले किया गया था। आयकर विभाग में किराए पर लगी गाड़ी क्रमांक एमपी-20 जेडसी-5496 सहायक आयुक्त को डुमना एयरपोर्ट में छोड़ने गई थी। ड्राइवर ने गाड़ी को गो एंड डॉप एरिया में खड़ी की थी। अधिकारी को छोड़ने के लिए सभी एयरपोर्ट के अंदर चले गए थे। पूर्वान्ह 11.30 बजे फ्रेबिक शेड कार पर गिर गया, जिसके कारण कार का ऊपरी हिस्सा व कांच पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए।
एयरपोर्ट डायरेक्टर राजीव रत्न पांडे ने बताया कि सुंदरता के लिए गो एंड डॉप एरिया में फैब्रिक कैनोपी लगाई गई थी। बारिश के कारण कैनोपी में पानी भर गया था। पानी के वजन से फैब्रिक फट गया और पानी के फोर्स से नीचे खड़ी गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई। घटना की जांच के निर्देश प्रोजेक्ट अधिकारी को दिए गए हैं। भविष्य में इस तरह की घटना दोबारा घटित न हो, इसके लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं।
सुबह करीब पांच बजे भारी बारिश के कारण आईजीआईए (घरेलू एयरपोर्ट) के टर्मिनल-1 के बाहर प्रस्थान द्वार संख्या 1 से लेकर द्वार संख्या 2 तक फैला शेड गिर गया था, जिससे करीब चार वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे और करीब छह लोग घायल हो गए थे। हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई।
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