तूफान दाना से ओडिशा में भारी तबाही: प्रशासन ने संभाली मोर्चा, कई गांवों का संपर्क टूटा
भद्रक (आरएनआई) तूफान दाना लैंडफॉल के बाद प्रशासन तेजी से क्षति का आकलन करने में जुट गया है। प्रशासन ने तूफान का सफलतापूर्वक सामना किया है। हालांकि, जनहानि की कोई सूचना नहीं है, लेकिन एनडीआरएफ की टीम तूफान के दौरान सड़कों और घरों पर गिरे विशाल पेड़ों को काटने और साफ करने में लगी हुई है। बासुदेबपुर तहसीलदार सौभाग्यरंजन पंडा ने बताया कि तूफान से प्रभावित घरों को प्रशासन की ओर से तत्काल सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
तूफान का काला दिन शुक्रवार
1999 में महातूफान, 2019 में 'फानी' और अब 'दाना'। 29 अक्टूबर 1999 को भी शुक्रवार था, जब सुबह से लेकर शाम तक तटीय ओडिशा में महाबात्या का कहर था। सब कुछ बिखर गया। ठीक 20 साल बाद, यानी 3 मई 2019, फिर वही शुक्रवार था, जब चक्रवात 'फानी' ने तबाही मचाई। आज फिर वही शुक्रवार है, जब सुबह-सुबह तटीय ओडिशा पर चक्रवात 'दाना' का कहर टूटा है। भद्रक-चांदबली, बासुदेबपुर-धामरा मार्ग पर यातायात बाधित है, मरम्मत कार्य जारी है। चक्रवात 'दाना' को ओडिशा तट पर आए 15 घंटे से अधिक हो चुके हैं, और तूफान के बाद बारिश जारी है। भद्रक जिलों में कल से बारिश लगातार हो रही है। धमरा, बासुदेबपुर और चांदबली के कई गांव कल से ही संपर्क में नहीं हैं। कुछ स्थानों पर बिजली काटी गई है, और कई गांव अभी भी अंधेरे में हैं, जिससे लोगों में चोरी का भय बना हुआ है।
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