डाक घर की रमणरेती शाखा को पुनः रमणरेती क्षेत्र में ही स्थापित किए जाने की मांग, मथुरा स्थानांतरित होने पर करना पड़ रहा है असुविधाओं का सामना
डॉ. गोपाल चतुर्वेदी
वृन्दावन। रमणरेती क्षेत्र स्थित इस्कॉन मन्दिर परिसर में कई वर्षों पूर्व से चल रहे डाक घर के हटाए जाने से क्षेत्रीय व निकटवर्ती लोगों को अत्यधिक असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।साथ ही उन्हें डाक घर सम्बन्धी छोटे-छोटे कार्यों के लिए भी दूर-दराज के डाक घरों में जाने को विवश होना पड़ रहा है।
ब्रज सेवा संस्थान के अध्यक्ष डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने बताया है कि इस्कॉन मंदिर परिसर में कई वर्षों पूर्व से किराए के भवन में चल रही डाक घर की रमणरेती शाखा के भवन को इस्कॉन संस्था ने लगभग 6 माह पूर्व खाली करा लिया था।जिसके बाद डाक घर के उच्च अधिकारियों ने इस शाखा को रमणरेती क्षेत्र में ही कहीं अन्य स्थापित करने के बजाय मथुरा की गायत्री तपोभूमि शाखा से सम्बद्ध कर दिया है।जिससे क्षेत्रीय नागरिकों को आये दिन अत्यधिक असुविधा का सामना करना पड़ता है।साथ ही उनमें अत्यंत असंतोष व आक्रोश व्याप्त है।क्योंकि किसी नगर के डाक घर को दूसरे नगर में स्थापित करने का कोई भी औचित्य व उपयोगिता नहीं है।
डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने कहा है कि रमणरेती क्षेत्र वृन्दावन का एक पॉश इलाका है।इसमें कई बैंक, मन्दिर, आश्रम, होटल, शॉपिंग कॉम्पलैक्स, रेजिडेंशियल अपार्टमेंट आदि हैं।साथ ही इस क्षेत्र में हजारों की संख्या में देशी-विदेशी वरिष्ठ नागरिक रहकर भजन-साधना कर रहे हैं।जो कि अपनी वृद्धावस्था के चलते डाक घर के कार्य से कहीं दूर जाने में असमर्थ हैं।अत: उन्हें रमणरेती क्षेत्र में हीं डाक घर की अत्यधिक आवश्यकता है।
ब्रज सेवा संस्थान के अध्यक्ष डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने डाक घर के उच्च अधिकारियों को पत्र लिखकर वृन्दावन के रमणरेती क्षेत्र में हीं डाक घर की रमणरेती शाखा को पुनः शीघ्रातिशीघ्र स्थापित किए जाने की मांग की है।
What's Your Reaction?