डब्ल्यूएफआई आम सभा की अयोध्या में होने वाली आपात बैठक रद्द
भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) की आम सभा की रविवार को यहां होने वाली आपात बैठक रद्द कर दी गई है क्योंकि खेल मंत्रालय ने इस खेल संस्था और उसके अध्यक्ष के खिलाफ लगाए गए विभिन्न आरोपों को देखते हुए उसे सभी गतिविधियों को स्थगित करने का निर्देश दिया था।
अयोध्या, 22 जनवरी 2023, (आरएनआई)। भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) की आम सभा की रविवार को यहां होने वाली आपात बैठक रद्द कर दी गई है क्योंकि खेल मंत्रालय ने इस खेल संस्था और उसके अध्यक्ष के खिलाफ लगाए गए विभिन्न आरोपों को देखते हुए उसे सभी गतिविधियों को स्थगित करने का निर्देश दिया था।
मंत्रालय ने शनिवार को कहा था कि उसने डब्ल्यूएफआई को सभी वर्तमान गतिविधियां तुरंत प्रभाव से स्थगित करने का निर्देश दिया है। इनमें महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के गढ़ माने जाने वाले गोंडा में होने वाला रैंकिंग टूर्नामेंट भी शामिल है।
शरण पर देश के कुछ नामी पहलवानों ने महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। इन पहलवानों में विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और रवि दहिया भी शामिल हैं।
मंत्रालय ने शनिवार को ही डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष के खिलाफ यौन उत्पीड़न और भ्रष्टाचार के आरोपों को देखते हुए संस्था के सहायक सचिव विनोद तोमर को निलंबित कर दिया था।
मंत्रालय ने खेल निकाय के उचित कामकाज को सुनिश्चित करने के लिए तोमर को निलंबित किया।
शुक्रवार को शरण के पुत्र प्रतीक ने कहा था कि उनके पिता इस खेल संस्था की बैठक के बाद उनके खिलाफ लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों पर बयान जारी करेंगे।
खेल मंत्रालय ने भले ही शरण को डब्ल्यूएफआई के रोजमर्रा के कामकाज से दूर रहने के लिए कहा है लेकिन शनिवार को वह नंदिनी नगर में आयोजित एक कुश्ती प्रतियोगिता के दौरान उपस्थित थे।
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने शरण और उनकी संस्था के खिलाफ चोटी के पहलवानों द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच के लिए शुक्रवार को निगरानी समिति गठित करने की घोषणा की थी।
इस समिति के नामों की घोषणा अभी तक नहीं की गई है।
मंत्रालय ने शनिवार को जारी विज्ञप्ति में कहा कि उसने डब्ल्यूएफआई के खिलाफ खिलाड़ियों द्वारा लगाए गए विभिन्न आरोपों की जांच के लिए निगरानी समिति गठित करने के सरकार के फैसले से भारतीय कुश्ती महासंघ को अवगत करा दिया है।
विज्ञप्ति में कहा गया था कि जब तक निगरानी समिति की औपचारिक नियुक्ति नहीं हो जाती और वह डब्ल्यूएफआई के रोजमर्रा के कामों को नहीं संभालती तब तक डब्ल्यूएफआई को तुरंत प्रभाव से अपनी सारी गतिविधियों को स्थगित करना होगा।
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