डबरा गैंगरेप : आरोपी के परिजन पहुंचे एसपी ऑफिस, घटना को बताया फर्जी, बोले-घटना के समय बच्चा कोचिंग में था, लड़की खुद कूदी
ग्वालियर (आरएनआई) ग्वालियर के डबरा में 10 वीं में पढ़ने वाली नाबालिग लड़की के साथ हुई गैंगरेप की घटना में अब नया मोड़ आ गया है, लड़की ने जिन दो लड़कों पर सामूहिक दुष्कर्म और पुल से नीचे फेंकने का आरोप लगाया फिर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को पकड़ भी लिया, उसके परिजनों ने एसपी ऑफिस पहुँच कर आवेदन दिया है और घटना को फर्जी बताया है, परिजनों का कहना है कि घटना के समय उनका बच्चा कोचिंग में था, वो निर्दोष है, उसके मोबाइल की डिटेल देख लो, कोचिंग के सीसीटीवी चैक कर लो , उन्होंने दावा किया कि लड़की खुद पुल से कूदी है लोगों ने उसे ऐसा करते देखा है।
डबरा में रहने वाली एक छात्रा ग्वालियर के निजी अस्पताल में भर्ती है उसकी रीढ़ की हड्डी में फ्रेक्चर है शरीर के अन्य अंगों में भी फ्रेक्चर है उसकी हालत चिंताजनक है। लड़की ने डबरा सिटी थाना पुलिस में 31 जनवरी को जो रिपोर्ट दर्ज कराई है उसके मुताबिक 29 जनवरी को सुबह के समय जब वो कोचिंग पढ़ने का रही थी तो उसे रास्ते में उसे कोचिंग में पढ़ने वाले दो लड़के मिले, उन्होंने जबरन उसे मोटरसाइकिल पर बैठाया और सहराई पुल पर ले गए वहां उन्होंने मेरे साथ दुष्कर्म किया और फिर मुझे पुल से नीचे फेंक दिया। घटना के बाद बच्ची बेहोश हो गई 30 फीट उंचाई से फेंके जाने से उसे मल्टीपल फ्रेक्चर हो गए, रीढ़ की हड्डी टूट गई , पैर की हड्डी टूट गई। रास्ते से गुजर रहे लोगों ने गाँव वालों की मदद से उसे अस्पताल पहुँचाया फिर परिजनों ने उसे ग्वालियर में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहाँ उसकी हालत अभी स्थिर बनी हुई है।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्काल एसआईटी गठित की और फिर दो आरोपियों में से एक आरोपी को पकड़ लिया, जबकि दूसरा अभी फरार है। पुलिस ने जिस आरोपी को पकड़ा उसके परिजन आज शुक्रवार को ग्वालियर एसपी ऑफिस पहुंचे और पूरी घटना को ही फर्जी बताया। उन्होंने कहा कि उनका बेटा निर्दोष है, लड़की जिस समय की घटना बता रही है उस समय तो उनका बच्चा कोचिंग में पढ़ रहा था, हमने पूछताछ की है, आरोपी के दादा बालकिशन ने पुलिस से कहा कि आप लड़के का मोबाइल चेक कर लें कोचिंग के सीसीटीवी चैक कर लें सब सच पता चल जायेगा।
आरोपी के दादाजी ने दावा किया कि लड़की के साथ कोई घटना नहीं हुई उसे किसी ने पुल से फेंका भी नहीं हैं वो खुद पुल से कूदी है। हमने जब पुल पर जाकर पता लगाया तो वहां कुछ महिलाओं ने बताया कि लड़की अकेली पुल पर थी और मोबाइल पर बात करते करते कूद गई, महिलाएं वहां कंडे थाप रही थी वो दौड़कर पहुंची फिर और लोगों को बुलाकर लड़की को अस्पताल पहुँचाया। उन्होंने कहा कि पुलिस ने जल्दबाजी में हमारे बच्चे को पकड़ा है जबकि उसने कोई गलत काम ही नहीं किया।
उधर एडिशनल एसपी ऋषिकेश मीणा ने कहा कि आरोपी बच्चे के परिजन आये थे उन्होंने हमें घटना के बारे में कुछ तथ्य बताये हैं आरोपी के परिजनों ने एक आवेदन दिया है उसमें उन्होंने कुछ एविडेंस भी दिए हैं , हम इनके बिन्दुओं को भी अपनी जाँच में शामिल करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारी एसआईटी को भी कुछ तथ्य मिले हैं, हम भरोसा दिलाते हैं कि यदि कोई दोषी होगा तो उसे सजा मिलेगी और यदि निर्दोष होगा तो उसे परेशान नहीं किया जायेगा।
What's Your Reaction?