जॉर्डन हमले से भड़का अमेरिका, हूती विद्रोहियों पर बड़े हमले की तैयारी
गाजा में लड़ाई छिड़ने के बाद यह पहली बार है कि पश्चिम एशिया में हो रहे हमलों में अमेरिकी सैनिक मारे गए हैं। इससे पहले भी पश्चिम एशिया के अलग-अलग देशों में अमेरिका के सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइल हमले हुए थे, लेकिन उन हमलों में बड़ा नुकसान नहीं हुआ था।
वॉशिंगटन (आरएनआई) जॉर्डन में अमेरिका के सैन्य ठिकाने पर हुए ड्रोन हमले में तीन अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई थी। इस हमले का आरोप ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों पर लगा था। अब अमेरिका हूती विद्रोहियों के खिलाफ बड़े हमले की तैयारी कर रहा है। अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि 'ऐसी कार्रवाई को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
अमेरिका ने ब्रिटेन के साथ मिलकर हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी। उस एयर स्ट्राइक में भी हूती विद्रोहियों को काफी नुकसान की आशंका है। जॉर्डन में अमेरिका के सैन्य ठिकाने पर हुआ हमला, इस बात का सबूत है कि पश्चिम एशिया में तनाव लगातार बढ़ रहा है। गाजा में लड़ाई छिड़ने के बाद यह पहली बार है कि पश्चिम एशिया में हो रहे हमलों में अमेरिकी सैनिक मारे गए हैं। इससे पहले भी पश्चिम एशिया के अलग-अलग देशों में अमेरिका के सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइल हमले हुए थे, लेकिन उन हमलों में बड़ा नुकसान नहीं हुआ था। जॉर्डन में हुए हमले में ना सिर्फ 3 अमेरिकी सैनिकों की जान गई है बल्कि इसमें 40 अन्य जवान घायल भी हुए हैं।
ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने यह ड्रोन हमला किया था। यह हमला सीरिया से किया गया था। लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि अब समय आ गया है, जब हम ज्यादा क्षमता से हमला करें। ईराक और सीरिया में भी ईरान समर्थित संगठनों के ठिकानों पर भी हमले के लिए राष्ट्रपति जो बाइडन ने मंजूरी दे दी है। इससे साफ है कि पश्चिम एशिया में अमेरिका बड़े हमले करेगा। अमेरिका के रक्षा मंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय शिपिंग रूट पर लाल सागर और अदन की खाड़ी में भी हमले बढ़ेंगे। इस्राइल हमास युद्ध के बाद से ही फलस्तीन के समर्थन में हूती विद्रोही अंतरराष्ट्रीय शिपिंग रूट से गुजरने वाले व्यापारिक जहाजों को निशाना बना रहे हैं।
Follow the RNI News channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029VaBPp7rK5cD6XB2Xp81Z
What's Your Reaction?