जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एव जेल प्रशासन के प्रयास से जेल से रिहा होंगे आर्थिक रूप से कमजोर बंदी
मथुरा। उ०प्र० राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ तथा माननीय जनपद न्यायाधीश, मथुरा श्री आशीष गर्ग के निर्देशानुसार आज दिनांक 23.06.2023 को जिला कारागार, मथुरा का निरीक्षण श्रीमती नीरू शर्मा, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मथुरा द्वारा किया गया। इस अवसर पर जिला कारागार मथुरा के जेल अधीक्षक श्री बृजेश कुमार, जेलर श्री महाप्रकाश, डिप्टी जेलर श्रीमती शिवानी यादव व श्री अनूप कुमार, जेल चिकित्सा अधिकारी श्री उत्पल सरकार व जेल बंदी पराविधिक स्वयसेवकगण उपस्थित रहे।
जिला कारागार मथुरा में आज निरीक्षण दौरान कुल 1581 बंदी निरूद्ध होना पाया गया।
सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा जेल में निरुद्ध बंदियों को रिहा किए जाने हेतु पूर्व से ही किए जा रहे प्रयासों व जेल प्रशासन के सहयोग से चिन्हित बंदी, जिन्हें जमानत मिलने के बावजूद कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण जेल से रिहा नहीं हो पा रहे बंदियों को शीघ्र ही जेल से रिहाई मिल जाएगी। इस दिशा में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मथुरा के तहत काम किया जा रहा है।
सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा अवगत कराया गया कि ऐसे बंदी जो विभिन्न अपराधों में वर्षो से जेल में बंद हैं। अदालत से इनकी जमानत भी मंजूर हो चुकी है मगर आर्थिक तंगी या कोई पैरोकार न होने के कारण जमानत राशि नहीं जमा कर सके। लिहाजा इनकी जेल से रिहाई नही हो पाई । माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद ने भी विधिक सेवा प्राधिकरण को निर्देश दिया गया है कि आर्थिक रूप से कमजोर बंदियों की रिहाई के लिए न्यायालय में जमानत राशि कम करने हेतु प्रार्थना पत्र दिया जाए और न्यायालय उस पर आदेश पारित करें। इस क्रम में प्रार्थना पत्र दिए गए हैं जिन प्रार्थना पत्रों पर न्यायालयों द्वारा जमानत राशि में ढील देते हुए व्यक्तिगत बंध पत्र लेकर रिहा करने का आदेश जारी किए जा रहे हैं।
निरीक्षण दौरान पाया गया कि वर्तमान में जेल में निरूद्ध बंदियों को एल०ई०डी० बल्ब बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके अतिरिक्त जेल में पोशाक बनाने का कार्य बंदियों द्वारा किया जाता है व खजानी वेलफेयर द्वारा महिला बंदियों को सिलाई का प्रशिक्षण देना प्रारंभ कर दिया है। ग्रीष्म ऋतु को दृष्टिगत रखते हुए जेल प्रशासन द्वारा बैरकों में एक एक वाटर कूलर के अतिरिक्त प्रत्येक 3-4 बंदी पर एक पानी का मटका भी उपलब्ध करा रखा है। एक एन0जी0ओ0 द्वारा 35 पंखे जेल को प्रदान किए गए है जो जेल प्रशासन द्वारा आवश्यकता अनुसार बंदियों हेतु लगवाए गए है।
महिला बंदियों हेतु जिला कारागार की महिला बैरक में प्रथक से चिकित्सालय बनाया गया है, जिसमे महिला चिकित्सक व दो नर्सों द्वारा सप्ताह में एक दिन महिला बंदियों का स्वास्थ परीक्षण किया जाता है। सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण,मथुरा द्वारा महिला बैरक में निरुद्ध महिला बंदियों से वार्ता की गई तथा उनके प्रकरणों की जानकारी ली गई।
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