जिलाधिकारी ने किया "जनपद शाहजहांपुर का इतिहास "पुस्तक का विमोचन।
काकोरी ट्रेन एक्शन तथा भारत छोड़ो दिवस की जयंती पर जिला मजिस्ट्रेट (आरएनआई) उमेश प्रताप सिंह द्वारा आज कलेक्ट्रेट सभागार में जनपद के इतिहास पर लिखी गई पुस्तक अट्ठराह सौ सत्तावन का विमोचन किया गया।इस अवसर पर जिला मजिस्ट्रेट उमेश प्रताप सिंह ने कहा कि शाहजहांपुर ऐतिहासिक गौरव प्राप्त जिला है किंतु समय के प्रवाह में इसका गौरव विस्मृत सा होता जा रहा है।जनपद के संदर्भ में इतिहास का लेखन अतीत के खोए हुए गौरव को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।जिला मजिस्ट्रेट उमेश प्रताप सिंह ने कहा कि अनेक तथ्य शाहजहांपुर को विशेष बनाते है जिनमे आजादी की लड़ाई में जिले का योगदान प्रमुख है। अठारह सौ सत्तावन में भारत में पहली बार अंग्रेजो की जुल्मी हुकूमत को खत्म करने के लिए पूरे देश में क्रांति घटित हुई थी।शाहजहांपुर ने आगे बढ़कर इस क्रांति का सफल नेतृत्व किया था।नाना साहब,मौलवी अहमद उल्लाह शाह जैसे प्रसिद्ध क्रांतिकारी यहीं से अंग्रेजो के खिलाफ लड़ाई को धार देते रहे।जब पूरे देश में क्रांति का शमन हो गया तब भी शाहजहांपुर में यह विरोध जारी रहा। पीसीएस में चयनित अधिकारी विशाल पांडे ने कहा कि पिछली तीन चार सौ वर्षों में जनपद के इतिहास पर मात्र कुछ ही पुस्तकें लिखी गई,उनमें से प्राप्त केवल तीन अथवा चार ही है।यद्यपि जिले के संदर्भ में अध्ययन तथा यहां भ्रमण में आने वाले विदेशियों के लेखन,सरकारी रिकार्ड्स यत्र यत्र बिखरे पड़े है।प्रस्तुत पुस्तक अठारह सौ सत्तावन इस दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।तकरीबन तैतीस वर्षो के बाद जिले के इतिहास पर कोई पुस्तक लिखी गई है।यह क्रम आगे भी जारी रखे जाने की जरूरत है।पुस्तक विमोचन पर उपजिलाधिकारी शैलेंद्र सिंह, एसएस कालेज के सचिव डा अवनीश मिश्रा,प्राचार्य प्रोफेसर राकेश कुमार आजाद,कला संकाय प्रभारी डा आलोक मिश्रा,उपप्राचार्य डा अनुराग अग्रवाल,डा प्रभात शुक्ला, डा आदर्श पांडे,डा विकास पांडे,समाजसेवी सरदार राजू बग्गा ने पुस्तक के लेखक डा विकास खुराना को बधाई दी।
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