जयशंकर बोले- अमेरिका की ट्रंप सरकार आत्मविश्वास से भरी
ट्रंप 2.0 के शपथ समारोह में शामिल होने के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर भारत रवाना हो गए हैं। वहीं उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन को 'बहुत आश्वस्त और उत्साहित प्रशासन' बताया हैं। इसके साथ ही उन्होंने अवैध तरीके से रह रहे भारतीयों को वैध तरीके से भेजने की बात की और ये भी बताया कि पाकिस्तान के साथ व्यापार फिर से शुरू करने पर कोई बातचीत नहीं हुई है।
वाशिंगटन (आरएनआई) विदेश मंत्री जयशंकर ने भारतीय पत्रकारों के समूह की प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि, 'मैंने जो देखा वह वास्तव में एक बहुत ही आत्मविश्वासी और उत्साहित आने वाला प्रशासन था। मेरा मतलब है कि यह भावना कि 'देखिए, हमें काम पूरा करना है'।' भारतीय विदेश मंत्री 20 जनवरी को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए भारत सरकार के प्रतिनिधि थे। बता दें कि, विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अमेरिकी राष्ट्रपति के शपथ समारोह में शामिल होने के बाद नए अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ द्विपक्षीय वार्ता की, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज के साथ बैठकें कीं और एक बहुपक्षीय क्वाड बैठक में भाग लिया, इसके अलावा नए ट्रंप प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों के साथ बातचीत की।
जयशंकर ने एक सवाल के जवाब में कहा, 'अमेरिकी राष्ट्रपति और भारतीय प्रधानमंत्री के बीच बहुत अच्छा रिश्ता है। साथ मिलकर काम करने का इतिहास रहा है।' 'पिछले 48 घंटों में मैंने जो उत्साह और आत्मविश्वास देखा है, उसे देखते हुए मुझे लगता है कि यह एक असाधारण रूप से सक्रिय प्रशासन है। और सिर्फ पिछले 48 घंटे ही नहीं, बल्कि वे पदभार संभालने से पहले भी बहुत सक्रिय थे। जयशंकर ने कहा कि उन्होंने पहली बार किसी राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया।
इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत हमेशा अवैध भारतीयों की वैध वापसी के लिए तैयार है। बुधवार को उन्होंने कहा कि नई दिल्ली अभी भी अमेरिका से उन लोगों की पुष्टि करने की प्रक्रिया में है जिन्हें भारत भेजा जा सकता है और ऐसे व्यक्तियों की संख्या अभी निर्धारित नहीं की जा सकती है। "एक सरकार के रूप में, हम स्पष्ट रूप से कानूनी गतिशीलता के बहुत समर्थक हैं क्योंकि हम वैश्विक कार्यस्थल में विश्वास करते हैं। हम चाहते हैं कि भारतीय प्रतिभा और भारतीय कौशल को वैश्विक स्तर पर अधिकतम अवसर मिले। साथ ही, हम इस बात पर भी दृढ़ता से कायम हैं कि हम कानूनी गतिशीलता के पक्ष में हैं।
भारतीय पत्रकारों के एक समूह से जयशंकर ने कहा, 'हम अवैध आवागमन और अवैध प्रवास का विरोध करते हैं।' 'क्योंकि आप भी जानते हैं कि जब कोई अवैध काम होता है, तो उसके साथ कई अन्य अवैध गतिविधियां भी जुड़ जाती हैं, जो वांछनीय नहीं है। यह निश्चित रूप से प्रतिष्ठा के लिहाज से अच्छा नहीं है। इसलिए, प्रत्येक देश के साथ, और अमेरिका कोई अपवाद नहीं है, हमने हमेशा यह कहा है कि यदि हमारा कोई नागरिक वहां अवैध रूप से है, और यदि हमें यकीन है कि वे हमारे नागरिक हैं, तो हम हमेशा उनकी वैध भारत वापसी के लिए तैयार हैं।
इस दौरान विदेश मंत्री ने कहा कि भारत के साथ व्यापार फिर से शुरू करने पर पाकिस्तान के साथ कोई बातचीत नहीं हुई है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, 'पिछले साल के बाद से पाकिस्तान के साथ व्यापार पर कोई बातचीत नहीं हुई है और न ही उनकी तरफ से कोई पहल हुई है।' उन्होंने कहा कि भारत ने पाकिस्तान के साथ व्यापार कभी बंद नहीं किया और इस संबंध में फैसला पाकिस्तान सरकार ने 2019 में लिया था।
विदेश मंत्री ने बताया कि उन्होंने नवनियुक्त अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज के साथ बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति पर संक्षिप्त चर्चा की। उन्होंने कहा, मैंने इस अवसर पर कई मुद्दों पर बात नहीं कि, लेकिन मैं यह कहना चाहता हूं कि सैन फ्रांसिस्को में हमारे वाणिज्य दूतावास पर हमला एक बहुत ही गंभीर मामला है। यह ऐसा मामला है जिसके लिए हम जवाबदेही की उम्मीद करते हैं और हम यह देखना चाहेंगे कि जिन लोगों ने ऐसा किया, उन्हें जिम्मेदार ठहराया जाए।
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