जब तक लूटे गए हथियार बरामद नहीं होते, तब तक राज्य में नहीं आएगी शांति,गौरव गोगोई
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि मैतेई और कुकी दोनों मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह से नाखुश हैं। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में मुख्यमंत्री का समर्थन किया।
नई दिल्ली। (आरएनआई) मणिपुर में लगातार अशांति का माहौल है। जैसे ही लगता है कि राज्य में तनाव कम हो रहा है वैसे ही हिंसा फिर भड़क जाती है। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने लोकसभा में बुधवार को कहा कि जब तक लूटे गए छह हजार हथियार बरामद नहीं हो जाते, तब तक मणिपुर में शांति नहीं हो सकती है।
गोगोई ने कहा कि मणिपुर में लूटे गए छह हजार अत्याधुनिक हथियार और छह लाख राउंड गोला-बारूद बरामद होने तक शांति नहीं हो सकती। उन्होंने पत्रकारों से भी बात की। कहा कि राज्य में तीन मई से हिंसा जारी है। यहां सुरक्षा बलों से हथियार और गोला बारूद लूटे गए। अब इन हथियारों का इस्तेमाल राज्य के आम लोगों के खिलाफ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में शांति और सामान्य स्थिति कैसे होगी, जब दोनों पक्षों के बीच सुलह पर कोई बातचीत ही नहीं हुई है।
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि मैतेई और कुकी दोनों मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह से नाखुश हैं। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में मुख्यमंत्री का पूरा समर्थन किया। उन्होंने कहा कि शांति समितियों में सीएम की मौजूदगी के कारण शांति वार्ता विफल हो गई है।
कालियाबोर से सांसद गोगोई ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से देश को गुमराह किया है। जब तक 6,000 हथियार बरामद नहीं हो जाते, तब तक राज्य में शांति नहीं आ सकती।
मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा दिए जाने की मांग के विरोध में तीन मई को पर्वतीय जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद झड़पें शुरू हुई थीं। राज्य में तब से अब तक कम से कम 160 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। हिंसा में सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग विस्थापित हुए हैं।
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