जनसुनवाई में क्लेक्टर को जर्जर सड़क को ठीक कराकर दोहरीकरण किया जाने दिया जनता ने आवेदन
वही एस पी को लोगो पर दर्ज मामले वापिस लेने का दिया ज्ञापन
गुना। अशोकनगर के जर्जर और जानलेवा सड़क मार्ग से परेशान हजारों किसानों, ग्रामीणों, व्यापारियों व आम नागरिकों का दर्द समझते हुए तथा रोड खराब होने से टोल का संवैधानिक विरोध कर रहे निर्दोष व्यक्तियों पर दर्ज की गई एफआईआर के विरोध में शहर के संभ्रांत व्यक्तियों ने आज एकजुटता व संवेदनशीलता दिखाते हुए कलेक्टर और एसपी को जनसुनवाई में तीन सूत्रीय ज्ञापन सौंपा।
कलेक्टर ने नागरिकों की सुविधा के लिए आवश्यक कार्यवाही का भरोसा दिलाया। वहीं एसपी राकेश कुमार सगर ने रोड खराब होने के बाद भी टोल वसूली का संवैधानिक तरीके से विरोध कर रहे किसानों व अन्य नागरिकों पर दर्ज की गई एफआईआर की जांच कराने का आश्वासन दिया।
विदित हो कि, गुना-अशोकनगर सड़क मार्ग अत्यंत जर्जर अवस्था में है। डामर रोड में जगह जगह गड्ढे हो चुके हैं। पिछले कई माह से सड़क इसी स्थिति में है। इस कारण इस मार्ग से आवागमन करने वाले नागरिकों को बेहद असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। सड़क के गड्ढों से ना केवल वाहनों में टूट-फूट हो रही है बल्कि जान माल का नुकसान का खतरा भी बना हुआ है। किसानों की अनाज से भरी ट्रेक्टर_ट्राली के पलटने का भय बना रहता है और टूटफूट का खर्च भी बढ़ गया है।
जब किसान अनाज बेचकर वापस लौटते हैं तब ट्रॉली में घर गृहस्थी के सामान भी रख ले जाते हैं, इस कारण वापसी के समय उन्हें भी टोल टैक्स देना पड़ता है। इस मार्ग से रोज आने जाने वाले लोगों को सड़क के दचकों की वजह से कमर दर्द, महिलाओं को मिसकेरेज होने की समस्या भी सामने आ रही है। नागरिकों द्वारा कई बार इस सड़क की मरम्मत की मांग उठाई गई है किंतु एमपीआरडीसी द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई।
इस बदहाली पर सरकार ने भी ध्यान नहीं दिया है। इससे व्यथित किसानों एवम् अन्य नागरिकों ने 28 फरवरी को पगारा टोल नाके पर पहुंचकर रोड खराब होने से प्रदर्शन करते हुए टोल नहीं वसूले जाने की मांग की थी। मौके पर पहुंचकर प्रशासन ने मरम्मत का आश्वासन दिया लेकिन सड़क की मरम्मत नहीं की बल्कि प्रदर्शनकारियों पर थाना केंट में अपराध पंजीबद्ध कर दिया था। मरम्मत के नाम पर कुछ जगह पेंचवर्क के फोटो मीडिया में प्रसारित कर जनता को भरमाने की कोशिश की गई।
इसी प्रकार गुना शहर में मारुति शो रूम से लेकर चिंता हरण मंदिर तक पीडब्ल्यूडी द्वारा संधारित की जा सड़क भी जर्जर हो रही है। मारुति शो रूम के ठीक सामने का तिराहा एक्सीडेंट जोन बन गया है। इस तिराहे पर आकर सड़क की चौड़ाई एकदम 9 मीटर से करीब 18 मीटर हो जाती है। इस तकनीकी खामी से वाहन चालक 18 मीटर सड़क के मध्य स्थित डिवाइडर और डीपी को समझ नही पाते और उसमें टकरा जाते हैं।
इन विषयों को लेकर पत्रिका समाचार पत्र ने टॉक शो आयोजित किया था। जिसमें शहर के गणमान्य नागरिकों से विचार आमंत्रित किए। सभी ने सर्वसम्मति से तय किया कि इन विषयों पर सभी को एकजुट होकर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराना जाए। इसी के चलते आज ज्ञापन सौंपा गया।
ज्ञापन में लिखा गया है कि, गुना अशोकनगर सड़क मार्ग का मानक अनुसार मरम्मत कार्य पूर्ण कराए बिना टोल टैक्स की वसूली की जाना अनैतिक एवम् अवैधानिक होने से तत्काल बंद कराई जाए। साथ ही इस मार्ग से प्रतिदिन गुजरने वाले हजारों नागरिकों की जान माल की सुरक्षा के दृष्टिगत तत्काल सड़क ठीक कराई जाए।
अवैध, अनैतिक कृत्यों का विरोध और प्रदर्शन नागरिकों का संवैधानिक अधिकार है। सड़क की स्थिति जानलेवा और जर्जर होने पर भी सड़क निर्माण कंपनी द्वारा टोल वसूलना अवैध गतिविधि है। इसका विरोध करने की वजह से नागरिकों पर केंट थाने के अपराध क्रमांक 173/2023 धारा 341, 149, 188 आईपीसी में जो अपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है उसे तत्काल समाप्त किया जाए।
इसी प्रकार गुना शहर में मारुति शो रूम से चिंता हरण मंदिर तक स्थित सड़क की मरम्मत उसकी चौड़ाई बढ़ाते हुए की जाए ताकि मारुति शो रूम चौराहे का एक्सीडेंट प्वाइंट खत्म हो सके।
ज्ञापन देने वालों में घनश्याम श्रीवास्तव अध्यक्ष शासकीय पेंशनर संघ, अमित सोगानी अध्यक्ष चेंबर ऑफ कॉमर्स, राजेश अग्रवाल अध्यक्ष किराना व्यापारी संघ एवम् कैग, वरुण कुमार सूद पूर्व अध्यक्ष बार काउंसिल, सीमा यादव अध्यक्ष महिला कांग्रेस, बलबीर सिंह रघुवंशी पूर्व जिला उपाध्यक्ष भाजपा, महेश कुमार रघुवंशी अध्यक्ष बिल्डिंग मैटेरियल एसोसिएशन, दिनेश रघुवंशी किसान प्रतिनिधि आदि मौजूद थे।
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