चोरी के खुलासे में हंसी का पात्र बन गई कोतवाली पुलिस
शाहाबाद हरदोई। पुलिस द्वारा कागजी घोड़े किस तरह दौड़ाये जाते हैं इसका जीता जागता उदाहरण है चोरी की एक घटना में संलिप्त चोरों की गिरफ्तारी का। पुलिस ने दर्ज एफआईआर में पीड़ित और रिश्तेदारों द्वारा चोरों को पकड़कर सौंपने की बात कही है और जिला मुख्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुलिस टीम गठित करके चोरों को पकड़ने की सूचना दी गई। इससे स्पष्ट होता है की शाहबाद पुलिस चोरी के नाटकीय खुलासे में खुद फंस गई। कोतवाली पुलिस बिना दौड़े बैठे बैठे चोरों को पकड़ कर चोरी की घटना का अनावरण कर गुड वर्क करते दिखाई दे रहे ही । गौरतलब है कि इस समय शाहाबाद नगर में चोरी की घटनाएं काफी तेजी के साथ बढ़ती जा रही हैं जिससे दुकानदारों और व्यापारियों में दहशत व्याप्त है। बेख़ौफ़ चोरों ने नगर में दर्जनों चोरी की घटनाओं को अन्जाम देकर पुलिस को सीधी चुनौती दी है। लेकिन शाहाबाद पुलिस एक भी चोरी का खुलासा नहीं कर पायी है। दिनांक 29 नवंबर 2023 को पंकज गुप्ता पुत्र जसवन्त गुप्ता निवासी कैलाश पुरी जंगबहादुरगंज लखीमपुर-खीरी ने थाना शाहाबाद में चोरी की घटना की जानकारी देते हुए प्रार्थना पत्र देकर एफआईआर दर्ज कराने की मांग की। जिस पर पुलिस ने मुकदमा अपराध संख्या 595/23अन्तर्गत धारा 457/380 आईपीसी विरुद्ध महेंद्र राठौर व रिजवान दर्ज किया।अपने प्रार्थना पत्र में मुकदमा वादी पंकज गुप्ता ने बताया कि वह अपनी बहन के घर 28 नबम्वर को शादी समारोह में सम्मिलित होने के लिए मोहल्ला शम्भाबाजार शाहाबाद आया हुआ था। दिनांक 29 नबम्वर 23 को वह व उसकी बहन के सभी परिवारजन बाजार में चले गये। बाजार से वह व उसका बहनोई पहले घर आ गये। वहां आकर देखा तो मेनगेट का ताला टूटा हुआ था। उसने पड़ोसी से पूछा तो पड़ोसी ने घटना के बारे में बताया। वह चोरों के पीछे दौड़ा उसे घोड़ाखाना चक्की के पास उक्त चोर सामान का बंटवारा करते मिले। उसने चोरों को पकड़ लिया। चोरों के पास से बच्चों के सूट, 2शर्ट, 1गरम पैजामा,3 बनियान,3 समीज, बहन के देवर के पुत्र का आधार कार्ड, संख्या 513046565651 के अलावा संगीता का श्रम कार्ड 778801204913 व पैन कार्ड, संख्या CEVPG0463G बरामद कर सरदार गंज चौकी के सिपाही पिंटू व श्याम सुंदर को सौंप दिया। तत्पश्चात थाने मे एफआईआर दर्ज कराई। जिसमें बरामदगी का हवाला दर्ज कराया है।इधर दिनांक 30 नबम्वर 23 को हरदोई पुलिस अधीक्षक ने प्रेसवार्ता में उक्त चोरी की घटना का अनावरण होना बताया गया। जिसमें पुलिस ने बताया कि उक्त घटना के अनावरण के लिए पुलिस अधीक्षक के निर्देशन व क्षेत्राधिकारी के पर्यवेक्षण में पुलिस ने चोरी की घटना के अनावरण के लिए टीम गठित कर चेकिंग शुरू की जिसमें घोड़ाखाना चक्की के पास संदिग्ध व्यक्ति दिखाई दिए जिन्हें गिरफ्तार कर पूछताछ की। जिसमें उन्होंने अपना नाम महेंद्र राठौर व रिजवान बताया। पुलिस ने बताया कि उक्त सामान की बरामदगी चोरों के घर से हुई है। जबकि एफआईआर में वादी ने पहले ही चोरी गये सामान की स्वयं बरामदगी बतायी है जिसका उल्लेख एफआईआर मे पहले से दर्ज है। ऐसे में चोरी का अनावरण पर सवालिया निशान लगना लाजिमी है। एफआईआर व पुलिस द्वारा जारी प्रेस नोट एक दूसरे के विरोधाभासी है।
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