चांचौड़ा विकासखण्ड का सम्पूर्ण विकास ही मेरा एकमात्र लक्ष्य है- प्रियंका मीना पैंची
आप लोगों के आशीर्वाद से मेरे पास सब कुछ है। पद या पैसे का कोई लालच नहीं है।
मेरे पति केंद्र सरकार के बहुत बड़े पद पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। लेकिन आप लोगों का प्यार,मेरी कर्मभूमि की पुकार मुझे यहां खींच लाई है। भौतिक सुख सुविधाओं से मुझे कोई खास लगाव नहीं है। मुझे और मेरे परिवार के लिए आप लोगों का आशीर्वाद, प्यार और सहयोग की ज्यादा कीमत है। जो प्यार आपने बाबूजी को दिया, जो सपने बाबूजी हरभजन सिंह ने आपके हमारे लिए देखे उन सपनों को पूरा करने का वक्त आ गया है। मैं यह चुनाव किसी पद पैसे या प्रतिष्ठा की खातिर नहीं लड़ रही हूं। आपके जीवन में बेहतर बदलाव ही मेरा एकमात्र लक्ष्य है। मेरे दिमाग में सिर्फ क्षेत्र के विकास की योजनाएं ही हैं। इन योजनाओं को लागू करवाने के लिए जो भी करना पड़ेगा मैं करूंगी। मेरे लिए क्षेत्रीय विकास करके आप लोगों की सेवा करना ही पहला और अंतिम लक्ष्य है। इसके लिए राजनीतिक सत्ता होना जरूरी है। चांचौड़ा के लोगों को जिला स्तरीय अस्पताल की सौगात मिलनी चाहिए। यहां पर पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाओं की जरूरत है। ग्रामीण क्षेत्रों में उप स्वास्थ्य केंद्र तो हैं पर डाक्टर और नर्सों की कमी है। मैं कोशिश करूंगी कि यहां डाक्टर एवं नर्सों का पर्याप्त स्टाफ रहे। मैंने राजनीति को नहीं चुना बल्कि राजनीति ने मुझे चुना है। जब मैं भोपाल में पढ़ती थी तो लोगों की पीड़ा देखकर सोचती थी कि इन गरीब वंचित लोगों की मदद कैसे करूं? हर दिन यही सोचती थी। फिर विवाह हो गया तो मेरी सोच को और भी विस्तार मिला। मेरे पति ने भी मेरी सोच को प्रोत्साहन दिया। राजनीति मेरे परिवार के खून में है। मेरे दादा ससुर स्वर्गीय हरभजन सिंह मीणा बाबूजी इस क्षेत्र से पहले व्यक्ति थे जिनको प्रदेश सरकार ने निगम अध्यक्ष वनाकर लालवत्ती से नवाजा था। मैनें राजनीति को नही चुना वल्कि राजनीति ने मुझे चुना है ।
What's Your Reaction?