गोशाला में कार्य का जिम्मेदारी से निर्वहन न करने पर संबंधित की जवाबदेही तय की जाएगीः-धर्मपाल सिंह
हरदोई (आरएनआई) पशुपालन मंत्री धर्मपाल सिंह की अध्यक्षता में जनपद के समस्त पशु चिकित्सा अधिकारियों की बैठक हुई। उन्होंने कहा कि गोशालाओं में निराश्रित पशुओं के चारे की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। पानी का उचित प्रबंध हो, लू से बचाव के उपाय एवं प्रकाश की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। विशेष प्रयास का भूसा की पर्याप्त उपलब्धता रखी जाए। उन्होंने कहा कि लोगों को भूसा दान के लिए प्रेरित किया जाये, इसके लिए विभिन्न संगठनों से बात की जाए। गोशाला में कार्य का जिम्मेदारी से निर्वहन न करने पर संबंधित की जवाबदेही तय की जाएगी। कृत्रिम गर्भाधान के माध्यम से नस्ल सुधार के लिए कार्य किया जाए। उन्होंने कहा कि देशी गाय का गोबर व मूत्र पवित्र होता है। गो आधारित खेती को बढ़ावा दिया जाए। गाय के गोबर का प्रयोग लोगों की आय बढ़ाने के लिए किया जाए। उपले बनाकर बिक्री की जाए। संचारी रोगों पर नियंत्रण के लिए पशुओं का तेजी से टीकाकरण कराया जाए। मोबाइल वेटनरी यूनिट को लगातार सक्रिय रखा जाए। उन्होंने कहा कि 1962 नंबर पर गो पालक कॉल करके एक घंटे में अपने पशु के लिए मोबाइल यूनिट के माध्यम से इलाज प्राप्त कर सकते हैं। मंत्री ने डॉक्टरों से उनके अनुभव भी जाने। गोशालाओं में शत प्रतिशत गोवंशों की टैगिंग सुनिश्चित की जाए। सहभागिता योजना से अधिक से अधिक किसानों को जोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि निराश्रित गोवंशों के लिए हरे चारे की व्यवस्था की जाये। उन्होंने जनपद वासियों से भी अपील की कि मुहिम में साथ आये। कोई भी व्यक्ति अपना निजी पशु न छोड़े। उन्होंने बताया कि भूसा बैंक बनाने के लिए कार्रवाई की जा रही है। डॉक्टरों को निर्देश दिए कि पशु पालकों को जागरूक किया जाए। लोगों बकरी पालन व शूकर पालन आदि के लिए प्रेरित किया जाए। अल्पसंख्यक कल्याण विभाग से उन्होंने मदरसा शिक्षा की जानकारी ली। मदरसो में रोज प्रार्थना करायी जाए। वफ्फ की संपत्तियों पर अवैध कब्जों को चिन्हित किया जाए। इस अवसर पर मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी आरपी शर्मा, समस्त पशु चिकित्सा अधिकारी, वफ्फ बोर्ड निरीक्षक, जिला सूचना अधिकारी संतोष कुमार आदि उपस्थित रहे।
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