गुजरात में भाजपा ऐतिहासिक जीत की ओर, हिमाचल में कांग्रेस बना सकती है सरकार
गुजरात में लगातार सातवीं बार सत्ता में आने की प्रबल संभावनाओं के साथ भारतीय जनता पार्टी इतिहास रचने जा रही है और दो-तिहाई सीट हासिल कर सकती है।
अहमदाबाद/शिमला, 8 दिसंबर 2022, (आरएनआई)। गुजरात में लगातार सातवीं बार सत्ता में आने की प्रबल संभावनाओं के साथ भारतीय जनता पार्टी इतिहास रचने जा रही है और दो-तिहाई सीट हासिल कर सकती है।
गुजरात और हिमाचल प्रदेश में बृहस्पतिवार को विधानसभा चुनावों की मतणगना हो रही है।
भाजपा के शासन वाले दोनों राज्यों में मतगणना के अब तक के रुझान दिखाते हैं कि गुजरात की 182 सीटों में से भाजपा 93 सीटों पर जीत चुकी है और 64 पर आगे है। भाजपा की कुल वोट प्रतिशत में करीब 53 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। वह 2002 में 127 सीट जीतने के अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को पीछे छोड़ सकती है जब नरेन्द्र मोदी मुख्यमंत्री बने थे।
इससे पहले 1985 में कांग्रेस ने राज्य में 149 सीटें जीतकर रिकॉर्ड बनाया था जब माधव सिंह सोलंकी मुख्यमंत्री बने थे।
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने पार्टी की ऐतिहासिक जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सी आर पाटिल ने कहा कि भूपेंद्र पटेल मुख्यमंत्री पद पर बने रहेंगे और वह 12 दिसंबर को शपथ ग्रहण करेंगे। पटेल अहमदाबाद की घाटलोदिया सीट से 1.92 लाख मतों के अंतर से जीत गये।
गुजरात चुनाव में करीब 30 रैलियों को संबोधित करने वाले प्रधानमंत्री मोदी की जनता के बीच स्वीकार्यता का लाभ उठाते हुए भाजपा एक बार फिर सत्ता-विरोधी लहर को पार करने जा रही है। वह 1995 से लेकर अब तक 27 साल लगातार पश्चिमी राज्य की सत्ता में रही है। निवर्तमान विधानसभा में उसके 99 सदस्य हैं और पिछले चुनाव में उसका मत प्रतिशत 49.1 रहा था।
इस बार चुनाव में कांग्रेस का प्रचार अभियान का जिम्मा मुख्यत: स्थानीय नेताओं के कंधों पर रहा और उन्होंने घर-घर जाकर वोट मांगे, वहीं पार्टी नेता राहुल गांधी इस बार भारत जोड़ो यात्रा के चलते चुनाव प्रचार से दूर रहे। 2017 के चुनाव में राहुल ने गुजरात में जमकर पार्टी उम्मीदवारों के लिए वोट मांगे थे। तब पार्टी ने 77 सीटों पर जीत हासिल की थी।
गुजरात में विपक्ष ने महंगाई, बेरोजगारी और आर्थिक उतार-चढ़ाव के मुद्दों पर भाजपा और मोदी सरकार को घेरने का प्रयास किया , लेकिन सत्तारूढ़ दल की साख को कम नहीं कर पाई।
राज्य में कांग्रेस जहां 10 सीटों पर जीत चुकी है और सात पर आगे चल रही है, वहीं आम आदमी पार्टी (आप) चार सीटों पर जीत के साथ एक पर बढ़त बनाए हुए है। कांग्रेस पिछले विधानसभा चुनाव के अपने अच्छे प्रदर्शन के करीब भी नहीं पहुंच सकी है, वहीं गुजरात में यदि आप को उम्मीदों के मुताबिक सफलता मिलती तो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए खुद को प्रधानमंत्री मोदी का सबसे बड़ा प्रतिद्वंद्वी दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ते। पंजाब में उनकी पार्टी पहले ही सरकार बना चुकी है।
राज्य में आप ने इस बार खुद को दमदार तरीके से उतारकर पहली बार मुकाबले को त्रिकोणीय रूप दे दिया जिसमें पहले भाजपा और कांग्रेस, दो ही खिलाड़ी होते थे।
चुनाव परिणाम में नजर आ रही अपार सफलता को देखते हुए राजधानी गुजरात में भाजपा मुख्यालय में पार्टी कार्यकर्ता बड़ी संख्या में जुटने लगे हैं और मिठाई बांट रहे हैं तथा नाच-गा रहे हैं।
गुजरात भाजपा के प्रवक्ता यमल व्यास ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘यह पार्टी के डबल इंजन के विकास एजेंडा की जीत है। इतना बड़ा जनादेश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा में जनता के विश्वास को झलकाता है। यह विकास के एजेंडा की जीत है जो पार्टी ने राज्य में किया है।’’
निर्वाचन आयोग के शाम पांच बजे तक जारी परिणामों और रुझानों के अनुसार हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस 68 में से 39 पर जीत रही है या आगे है। इस तरह वह निर्णायक बहुमत की ओर बढ़ती दिख रही है।
राज्य में भाजपा 18 सीट जीत चुकी है और सात पर आगे चल रही है। वह राज्य के करीब चार दशक के इतिहास में एक पार्टी के दोबारा सत्ता में नहीं आने की परंपरा को तोड़ती नहीं दिख रही है। तीन विधानसभा सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार जीत चुके हैं, वहीं 67 सीटों पर उम्मीदवार उतारने वाली आप को एक भी सीट पर सफलता नहीं मिली है और उसे केवल 1.1 प्रतिशत वोट मिला है।
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने शिमला में संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस 68 में से 40-42 सीट जीतकर सरकार बना सकती है।
वरिष्ठ पार्टी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की जीत का अगले साल कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव पर प्रभाव पड़ेगा।
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