खुदरा दुकानों पर यूपीआई क्यूआर लेनदेन 33% बढ़ा, ग्रामीण क्षेत्रों में ऋण उत्पादों में 297 फीसदी वृद्धि

इस साल जनवरी से नवंबर, 2024 तक बीमा पॉलिसी खरीद और प्रीमियम संग्रह के लिए यूपीआई क्यूआर लेनदेन की संख्या 127 फीसदी बढ़ी है। साथ ही, नए ग्राहकों की ओर से इसे अपनाने में 96 फीसदी की वृद्धि देखी गई।

Dec 25, 2024 - 07:00
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खुदरा दुकानों पर यूपीआई क्यूआर लेनदेन 33% बढ़ा, ग्रामीण क्षेत्रों में ऋण उत्पादों में 297 फीसदी वृद्धि

नई दिल्ली (आरएनआई) अर्द्ध-शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में खुदरा दुकानों पर यूपीआई क्यूआर के जरिये लेनदेन में इस साल 33 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। यह देश में डिजिटल भुगतान के बढ़ते चलन का प्रमाण है। पेनियरबाय की मंगलवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, इन क्षेत्रों में कारोबारी कर्ज, गोल्ड-पर्सनल लोन और आसान शर्तों पर दिए जाने वाले कर्ज (रिवॉल्विंग क्रेडिट) समेत ऋण उत्पादों में 297 फीसदी की प्रभावशाली वृद्धि दOSOSर्ज की गई है। पेनियरबाय की यह रिपोर्ट ग्रामीण और अर्द्ध-शहरी क्षेत्रों में वित्तीय एवं डिजिटल सेवाएं देने वाले 10 लाख से अधिक छोटे खुदरा विक्रेताओं से मिले वास्तविक लेनदेन के आंकड़ों पर आधारित है। एजेंसी

इस साल जनवरी से नवंबर, 2024 तक बीमा पॉलिसी खरीद और प्रीमियम संग्रह के लिए यूपीआई क्यूआर लेनदेन की संख्या 127 फीसदी बढ़ी है। साथ ही, नए ग्राहकों की ओर से इसे अपनाने में 96 फीसदी की वृद्धि देखी गई।

पेनियरबाय के संस्थापक, एमडी-सीईओ आनंद कुमार बजाज ने कहा, स्थानीय खुदरा विक्रेताओं को बीमा, ई-कॉमर्स व कर्ज जैसी विविध सेवाएं देने के लिए उन्हें जरूरी उपकरण देकर सशक्त बनाया जा रहा है। 

माइक्रो एटीएम व आधार आधारित भुगतान प्रणाली (एईपीएस) से नकदी निकासी इस साल घटी है। पीएम किसान जैसी योजनाओं के तहत प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण जारी होने के दौरान एईपीएस के जरिये नकद निकासी 35-45 फीसदी बढ़ी है। जम्मू-कश्मीर में नकद निकासी 74 फीसदी तक बढ़ी है।

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